Bilawal Bhutto:पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर भारत ने आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री 1971 की घटना को बिल्कुल ही भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पाकिस्तान अपने अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार में बहुत अधिक नहीं बदला है।
पीएम मोदी के खिलाफ की थी टिप्पणी
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भाग लेने विलावल न्यूयॉर्क गए थे। वहां उन्होंने कहा कि मैं भारत को बताना चाहता हूं कि ओसामा बिन लादेन मर चुका है, लेकिन गुजरात का कसाई जीवित है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के प्रधानमंत्री बनने तक उनके इस देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आरएसएस के प्रधानमंत्री और आरएसएस के विदेश मंत्री हैं। “आरएसएस क्या है? आरएसएस हिटलर के ‘एसएस’ से प्रेरणा लेता है।”
भारत ने दिया करारा जवाब
इसके बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बयान में कहा कि पाकिस्तान की आतंकवादी संगठनों को आश्रय देने और वित्त पोषण करने में भूमिका जांच के दायरे में है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ओसामा बिन लादेन को शहीद के रूप में महिमामंडित करता है और हाफिज सईद, मसूद अजार और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकवादियों को शरण देता है। उन्होंने कहा कि कोई अन्य देश 126 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी और 27 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी संस्थाओं के बारे में दावा नहीं कर सकता है।
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