पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार द्वारा ऐतिहासिक स्थलों से छेड़छाड़ करने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पंडित जवाहरलाल नेहरू के स्मृति संग्रहालय में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का आग्रह किया है। डॉ सिंह ने प्रधानमंत्री को 24 अगस्त को पत्र लिखकर कहा कि तीन मूर्ति के नेहरू स्मृति संग्रहालय तथा पुस्तकालय (एनएमएमएल) में पंडित नेहरू के जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण स्मृतियां हैं। पंडित नेहरू ने देश की आजादी में अहम भूमिका निभायी थी और वह 10 साल तक जेल में रहे। उनके योगदान को कोई मिटा नहीं सकता। उन्होंने न सिर्फ देश बल्कि दुनिया को दिशा दी और एनएमएमएल उनकी इन स्मृतियों का केंद्र है इसलिए इससे किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।

उन्होंने लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी छह साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे और उनके कार्यकाल में एनएमएमएल के स्वरूप में किसी तरह के बदलाव का प्रयास नहीं किया गया लेकिन दुर्भाग्य से आज की सरकार का यह एजेंडा बन गया है।पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री वाजयेपी ने संसद में पंडित नेहरू के निधन पर कहा था “इस तरह का व्यक्तित्व तीन मूर्ति को अब नहीं मिलेगा। विपक्ष को साथ लेकर चलने वाला ऐसा विराट, अत्यंत परिष्कृत व्यक्तित्व तथा महा मानव निकट भविष्य में नहीं मिलेगा। वैचारिक विविधता के बावजूद हम उनके महान विचारों, उनकी सत्यनिष्ठा तथा देश के प्रति उनके प्यार और असाधण सहास का सम्मान करते हैं।

डॉ सिंह ने कहा कि इन विचारों का सम्मान करते हुए हमें तीन मूर्ति को देश के पहले प्रधानमंत्री की स्मृतियों का संग्रहालय बनाए रखकर इस पूरे परिसर को पहले की तरह अविवादित बनाए रखना चाहिए। पंडित नेहरू का संबंध सिर्फ कांग्रेस से नहीं बल्कि पूरे मुल्क से है।

                                        साभार- ईएनसी टाईम्स

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