प्रयागराज में आस्था का महासंगम अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है। संगम तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है, जहां हर कोई पुण्य की डुबकी लगाने पहुंच रहा है। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ का आज 41वां दिन है, और 26 फरवरी को इसका समापन होगा। बीते 40 दिनों में करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं, और प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 58 करोड़ से ज्यादा लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
महाकुंभ के इस अंतिम वीकेंड यानी 22-23 फरवरी को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है, क्योंकि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ ही यह आधिकारिक रूप से समाप्त हो जाएगा।
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क्या कुछ है खास?
- आज महाकुंभ का 41वां दिन
- 40वें दिन रात 8 बजे तक 1.28 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया
- अब तक 58 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं संगम स्नान
- 22-23 फरवरी को अंतिम वीकेंड पर भारी भीड़ की संभावना
- 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन और महाशिवरात्रि स्नान
- हर दिन औसतन करोड़ों श्रद्धालु कर रहे हैं संगम में स्नान
- प्रयागराज में भीषण ट्रैफिक जाम, कई रास्तों पर वाहनों की आवाजाही बंद
- यातायात समस्या को देखते हुए 24 फरवरी को 10वीं और 12वीं के एग्जाम स्थगित
आज प्रयागराज पहुंचेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
महाकुंभ के समापन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर प्रयागराज पहुंच रहे हैं। वह संगम घाट, लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट का दौरा करेंगे। उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस धार्मिक आयोजन में शामिल होंगे।
प्रशासन के अनुसार, शुक्रवार को महाकुंभ के 40वें दिन रात 8 बजे तक 1.28 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है, क्योंकि महाशिवरात्रि के अवसर पर स्नान के लिए लाखों भक्तों के पहुंचने की संभावना है।
महाशिवरात्रि स्नान की तैयारियां पूरी
महाकुंभ के अंतिम दिन यानी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष स्नान होगा, जिसके लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मंदार ने बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि वे बिना किसी परेशानी के स्नान कर सकें। मुख्य सचिव और डीजीपी ने तैयारियों की समीक्षा की है और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो। स्नान के लिए श्रद्धालुओं को सुगम मार्ग उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
प्रयागराज में भीषण ट्रैफिक जाम
आखिरी वीकेंड होने की वजह से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। शहर के प्रमुख प्रवेश द्वारों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है।
- शहर में 500 मीटर की दूरी तय करने में दो घंटे तक लग रहे हैं।
- संगम तट से 10 किमी पहले ही गाड़ियों को रोक दिया जा रहा है।
- श्रद्धालुओं को पैदल घाट तक पहुंचना पड़ रहा है।
- वीआईपी वाहनों को अरहल घाट तक जाने की अनुमति दी गई है।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही प्रशासन को निर्देश दे चुके हैं कि श्रद्धालुओं को कम से कम पैदल चलना पड़े और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रहे।
महाकुंभ में विशेष स्नानों पर कितने श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी?
महाकुंभ के प्रभाव से अयोध्या और काशी में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु अयोध्या और काशी के दर्शन के लिए भी जा रहे हैं, जिससे इन धार्मिक स्थलों पर भी लाखों लोग जुट रहे हैं।
- अयोध्या: हर दिन 4-5 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं।
- काशी: यहां भी श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ रहा है।
- अयोध्या में करीब 10 लाख से अधिक श्रद्धालु हर समय मौजूद रहते हैं और 1000 से ज्यादा बसें शहर के एंट्री पॉइंट पर खड़ी रहती हैं। इसी तरह, काशी में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
महाकुंभ का समापन भले ही नजदीक हो, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह चरम पर है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन संगम में अंतिम स्नान के लिए लाखों भक्तों के उमड़ने की संभावना है। प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है कि श्रद्धालु बिना किसी बाधा के अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सकें।