Lakhimpur Kheri Violence: बीते 3 अक्टूबर को मारे गए चार किसानों की ‘अंतिम अरदास’ में भाग लेने के लिए कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और विधान सभा में कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा के साथ तिकोनिया गांव पहुंच रही हैं। इधर दिल्ली में बीजेपी की बैठक होने वाली है।
इस प्रार्थन सभा में कांग्रेसी नेताओं के अलावा संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के भी कई किसान नेता भाग लेंगे। जिसके मद्देनजर सीतापुर जिला पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। जिसके तरह लखनऊ-सीतापुर हाईवे पर जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है।
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जानकारी के मुताबिक प्रार्थना में शामिल होने के लिए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राकेश टिकैत पहले ही तिकोनिया पहुंच चुके हैं। टिकैत के अलावा अंतिम प्रार्थना में यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के किसानों के शिरकत करेंगे। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी भी मंगलवार को लखीमपुर आ सकते हैं।
गौरतलब है कि Lakhimpur Kheri Violence को लेकर बैकफुट पर नजर आ रही बारतीय जनता पार्टी आज यूपी बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक कर रही है।
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जानकारी के मुताबिक इस बैठक के लिए यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल को भी बुलाया गया है।
वहीं विपक्षी दल लखीमपुर हत्याकांड को लेकर लगातार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं। यही कारण है कि दिल्ली में होने वाली इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चूंकि यूपी चुनाव में बस कुछ महीनों का समय बचा है। इसलिए बीजेपी हर घाटे को पाटने में जुट गई है।
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यही कारण है कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत तक दे दी कि नेतागिरी का मतलब लूटने नहीं आए हैं, ना फ़ॉर्चूनर से किसी को कुचलने आए हैं. वोट मिलेगा तो व्यवहार से मिलेगा।