Lakhimpur Kheri: सुप्रीम कोर्ट ने UP सरकार से रिपोर्ट मांगा है। अदालत ने सरकार से कहा है कि वो बताए कि किसके खिलाफ FIR दर्ज़ की गई है और किन्हें गिरफ़्तार किया गया है। वकील शिवकुमार त्रिपाठी ने कहा कि लखीमपुर खीरी घटना पर कोर्ट हमारे लेटर को गंभीरता से विचार करेगी। दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की जाए।त्रिपाठी का कहना है कि यह मानवाधिकार का हनन है। यूपी सरकार की तरफ से वकील गरिमा प्रसाद ने कहा कि कमेटी बनाई गई है। मामले की जांच की जाएगी। CJI ने यूपी सरकार से पूछा इस मामले में जांच और कार्रवाई के बारे में क्या किया है? प्रसाद ने कहा कि कमेटी गठित की गई है और विस्तृत जानकारी कल कोर्ट को देंगे।
क्या है Lakhimpur Kheri का पूरा मामला?
बीते रविवार को यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर के दौरे पर थे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा भी थे। जहां उन्हें एक योजना का शिलान्यास करना था। वहीं किसानों की तरफ से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के विरोध का ऐलान किया गया था। इसमें आसपास के क्षेत्रों के किसान हिस्सा लेने वाले थे। इसी दौरान एक दूसरे कार्यक्रम में जाने के दौरान यह हादसा हुआ।
मामले में केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। बता दें कि विरोध कर रहे किसान हाल ही में अजय कुमार मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से नाराज थे जिसके बाद किसानों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा और यूपी के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य का घेराव किया।
मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब मंत्रियों के काफिले की एक गाड़ी ने प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी। किसानों का आरोप है कि कथित तौर पर गाड़ी मंत्री अजय मिश्रा के बेटे द्वारा चलायी जा रही थी। एफआईआर में अन्य लोगों के नाम भी दर्ज किए गए हैं।