Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) मामले का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा आज यूपी पुलिस के सामने पेश नहीं हुआ। आशीष मिश्रा इस समय कहां है? फिलहाल इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। हालांकि आशीष मिश्रा के भाई अमित मिश्रा ने कहा कि उनके भाई जल्द ही जांच में शामिल होंगे। अमित मिश्रा ने कहा कि आशीष मिश्रा के भगोड़े होने जैसी बातें झूठ हैं, वे जल्द ही पुलिस के आगे पेश होंगे। अमित मिश्रा ने भी दोहराया कि उनके भाई मौके पर नहीं थे। बता दें कि लखीमपुर हिंसा मामले में आशीष मिश्रा के फरार होने की ख़बरें हैं। पहले लोकेशन नेपाल थी जबकि आज सुबह की लोकेशन उत्तराखंड के बाजपुरा की बताई जा रही है। लखीमपुर खीरी पुलिस ने नेपाल और उत्तराखंड पुलिस दोनों से संपर्क किया है।
आशीष इस वक्त लखीमपुर खीरी में नहीं
अमित मिश्रा ने कहा कि विपक्षियों द्वारा इस तरह का भ्रम फैलाया जा रहा है कि आशीष भगोड़े हो गए हैं। अमित मिश्रा ने कहा कि वीडियो में भी दिख रहा है कि आशीष मिश्रा मौके पर नहीं थे। जिस गाड़ी ने, किसानों को कुचला वह एक ड्राइवर द्वारा चलायी जा रही थी न कि आशीष उसे चला रहे थे। आशीष मिश्रा के परिजनों ने बताया कि आशीष इस वक्त लखीमपुर खीरी में नहीं हैं। गौरतलब है कि आशीष के साथ ही पुलिस को सुमित जयसवाल की भी तलाश है।
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आशीष मिश्रा के खिलाफ समन जारी किया गया
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे Ashish Mishra को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को समन जारी कर दिया। पुलिस ने उन्हें आज सुबह 10 बजे उपस्थित होने को कहा था। लखीमपुर हिंसा में आठ लोगों की मौत के बाद लगातार आरोपियों के खिलाफ कर्रवाई करने की मांग की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद यूपी पुलिस ने आशीष पांडेय और लव कुश नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
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आशीष पांडेय और लव कुश गिरफ्तार
बता दें कि आशीष पांडेय और लव कुश दोनों पर उस गाड़ी में सवार रहने का आरोप है जिसे प्रदर्शनकारियों पर चढ़ा दिया गया था। मामले में चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। किसानों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री का बेटा भी उस वाहन में बैठा था, जिसने किसानों को कुचल दिया, जिससे हिंसक झड़प हुई।
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आशीष मिश्रा की भूमिका अहम
इस पूरे मामले में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की भूमिका अहम मानी जा रही है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी की मांग हो रही है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका बेटा उस जगह पर मौजूद नहीं था जहां घटना हुई थी।
5 अक्टूबर को आशीष मिश्रा व अन्य पर किसानों की शिकायतों के आधार पर मामले में पहली FIR दर्ज कर की गई थी। उनके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और 20 अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया था।