Lakhimpur: यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत को लेकर देशभर में चर्चा है लेकिन इस घटना ने यूपी के सिवाय जिस सूबे की सियासत को सबसे ज्यादा गर्माया है, वह पंजाब है। घटना के सामने आते ही आम आदमी पार्टी ने एक प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी के लिए रवाना किया। वहीं अकाली दल ने पूरे घटनाक्रम की जांच की मांग की। आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचलना हिंसक और अन्यायपूर्ण है। कई किसान भाइयों के मारे जाने खबर मिल रही है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। दुःख की इस घड़ी में किसान भाइयों के साथ हूं। ऐसा घोर अपराध करने वाले दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाए।
क्यों कहा जाता है मिनी पंजाब?
बता दें कि लखीमपुर खीरी तराई क्षेत्र में आता है। यहां बड़ी संख्या में सिख आबादी रहती है इसलिए इसे मिनी पंजाब के नाम से भी जाना जाता है। 1947 में बंटवारे के बाद बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग यहां आकर बसे थे। बाद में सिख समुदाय ने इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत की।
मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा
अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। लखीमपुर की घटना पर CJI को पत्र लिखकर पूरी घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में समयबद्ध तरीके से कराए जाने की मांग की गई है। इसके अलावा जांच में CBI को शामिल कराए जाने की भी मांग की गई है। वकील शिवकुमार त्रिपाठी ने CJI को लिखे पत्र में इस मामले में दोषी पाए गए अधिकारियों और मंत्री के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग शामिल है। वकील शिवकुमार के मुताबिक जिस तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को निशाना बनाया गया। इसलिए इस मामले में कोर्ट को दखल देना चाहिए।
क्या है Lakhimpur Kheri का पूरा मामला?
बीते रविवार को यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर के दौरे पर थे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा भी थे। जहां उन्हें एक योजना का शिलान्यास करना था। वहीं किसानों की तरफ से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के विरोध का ऐलान किया गया था। इसमें आसपास के क्षेत्रों के किसान हिस्सा लेने वाले थे। इसी दौरान एक दूसरे कार्यक्रम में जाने के दौरान यह हादसा हुआ।
मामले में केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। बता दें कि विरोध कर रहे किसान हाल ही में अजय कुमार मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से नाराज थे जिसके बाद किसानों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा और यूपी के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य का घेराव किया।
मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब मंत्रियों के काफिले की एक गाड़ी ने प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी। किसानों का आरोप है कि कथित तौर पर गाड़ी मंत्री अजय मिश्रा के बेटे द्वारा चलायी जा रही थी। एफआईआर में अन्य लोगों के नाम भी दर्ज किए गए हैं।