दिल्ली में सीलिंग को लेकर सियासत गर्माती जा रही है। लंबे समय से सीलिंग को लेकर छिड़ी आग को ठंडा कराने के मकसद से दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर सीलिंग मुद्दे पर नया कानून बनाने की गुहार लगाई।

सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी को ट्विटर पर भी शेयर किया जिसमें लिखा, कि दिल्ली में उन छोटे-छोटे व्यापारियों की दुकानों को सील किया जा रहा हैं जो दो वक्त की रोटी कमाने के लिए 24 घंटे कड़ी मेहनत करते हैं। दिल्ली में सीलिंग का कारण कानून में व्याप्त विसंगतियां हैं, जिन्हें दूर करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। अत: मैं माननीय प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वह समय निकालकर इस मुद्दे पर मुझसे बात करे और उसके बाद इस विषय पर संसद में बिल पास किया जाए।

बता दे, सीएम केजरीवाल ने इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिलने का समय मांगने के लिए चिट्ठी लिखी। ये दोनों चिट्ठी शनिवार को ट्विटर पर शेयर की गई, जिस पर तिथि 9 मार्च लिखी हुई है।

इसके बाद ‘आप’ के ऑफिशियल अकाउंट से एक और ट्विट किया गया, जिसमें केजरीवाल ने केंद्र सरकार को धमकी देते हुए लिखा, कि “अगर 31 मार्च तक सीलिंग का समाधान नहीं निकला तो केजरीवाल खुद भूख हड़ताल पर बैठेगा और हम सारे मिलकर केंद्र सरकार पर दबाव डालेंगे, मैं हूं आपके साथ, चिंता मत करना”

बता दे, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से लगातार ट्विट किए जा रहे हैं, जिसके जरिए देश की जनता को सीलिंग से जल्द ही छुटकारा दिलाने का आश्वासन दिया जा रहा है। अब देखने वाली बात ये होगी कि केजरीवाल द्वारा दी जा रही भूख हड़ताल की धमकी कितनी कारगर साबित होती है।