Kawar Yatra 2022: कोरोना के 2 वर्ष बाद 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। यानी महज 4 दिन बाद कांवड़ यात्रा का दौर शुरू हो जाएगा। सरकार से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष लगभग 4 से 5 करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है। इस बार कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा ड्रोन कैमरे के जरिये रहेगी। कैमरे की निगरानी में हर छोटी से छोटी चीज पर ध्यान रखा जाएगा, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो।कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक सरकारें तैयारी करने में जुटी हैं।
मालूम हो कि कोरोना के चलते पिछले 2 वर्ष से कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं किया जा रहा था। लेकिन इस वर्ष इसका आयोजन भव्य होगा। ऐसे में करोड़ों की तादाद में कांवड़ियों के पहुंचने की उम्मीद है। लिहाजा प्रशासन और पुलिस ने भी अपनी कमर कस ली है।दिल्ली पुलिस के अनुसार कांवड़ यात्रा बेहतर और शांतिपूर्ण हो, इसके लिए सभी पहलुओं पर नजर रखी जा रही है। कड़े इंतजामों के साथ ही कांवड़ यात्रा के रूट पर भी तेजी के साथ काम हो रहा है। जल्द ही रूट भी साझा कर दिया जाएगा।

Kawar Yatra 2022: सीसीटीवी कैमरे रखेंगे रूट पर नजर
दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस की ओर से कांवड़ यात्रा 2022 के लिए चिहनित रूटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे हर कांवडि़ये पर नजर रखेंगे। इसके साथ ही निर्धारित रूटों से जुड़े पुलिस नियंत्रण कक्ष में इसके पल-पल का विवरण देखा जाएगा। इसके लिए खुफिया विभाग को भी सतर्क कर दिया गया है। कांवड़ियों के लिए बनाए शिविरों में भीड़ इकट़ठा न हो, सड़कों पर जाम न लगे इसके लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की जा रही है।कांवड़ियों के लिए सड़के पर अलग से रास्ता दिया जाएगा।
Kawar Yatra 2022: भारी वाहनों के रूट में होगा डायवर्जन
कांवड़ यात्रा के दौरान भारी वाहनों के रूट में अस्थाई रूप से डायवर्जन होगा। इसके तहत चिल्ला रेड लाइड से पक्षी विहार गेट तक के मार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। दिल्ली-बदरपुर बॉर्डर, ओखला बैराज से गाजियाबाद होकर बुलंदशहर, मुरादाबाद जाने वाले भारी वाहनों को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे की तरफ भेजा जाएगा।
Kawar Yatra 2022: तीन राज्यों के अधिकारी बैठकों में जुटे
कांवड़ यात्रा के मददेनजर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड और हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारी बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप देने और आपसी सहमति बनाने में जुटे हुए हैं। इसमें सबसे बड़ी चुनौती हरिद्वार पर हर की पैड़ी की है। यहीं से ।कांवड़िये गंगाजल लेकर शिवालयों की तरफ प्रस्थान करते हैं। लिहाजा यहां तक पहुंचने के लिए चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं।
Kawar Yatra 2022: शिविर के लिए स्वास्थ्य विभाग से लेनी होगी अनुमति
कांवड़ियों का प्रमुख मार्ग गाजियाबाद होता है। यहीं से वे मोदीनगर और लोनी क्रॉस करते हुए आगे बढ़ते हैं। ऐसे में यहां पर लगाए जाने वाले राहत एवं सेवा शिविरों के लिए प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है। इन्हें लगाने से पूर्व हर हाल में स्वास्थ्य विभाग से अनुमति लेनी होगी। कोरोना नियमों का पालन करना भी जरूरी है।इसी मार्ग से राजस्थान, हरियाणा, और दिल्ली के लिए कांवड़ियों का जत्था निकलेगा।
Kawar Yatra 2022: 16 प्रमुख मार्गों पर कड़े हुए इंतजाम
- गोमुख से ऋषिकेश-हरिद्वार
- हरिद्वार से पुरकाजी- लक्सर
- हरिद्वार से सहारनपुर- देवबंद
- हरिद्वार से मुजफरनगर
- हरिद्वार से सहारनपुर-शामली-बागपत
- हरिद्वार से शामली-बागपत-लोनी
- हरिद्वार से मेरठ- बागपत-बालैनी
- हरिद्वार से नजीबाबाद-बिजनौर-मुरादाबाद
- हरिद्वार से मेरठ-हापुड़-मुरादाबाद-बरेली
- गढ़मुक्तेश्वर से मुरादाबाद-बिजनौर
- गढ़मुक्तेश्वर से गाजियाबाद-दिल्ली
- गढ़मुक्तेश्वर से अमरोहा मार्ग
- गढ़मुक्तेश्वर से संभल मार्ग
जानें सुरक्षा, स्वास्थ्य और सड़़क व्यवस्था आदि के इंतजाम के बारे में
सुरक्षा | स्वास्थ्य | सड़क व्यवस्था | सतर्कता |
यूपी की सीमा में 50 से अधिक स्थान संवेदनशील घोषित किए गए हैं। | हर इलाकों के अस्पतालों में कांवड़ियों के लिए बेड आरक्षित रहेंगे। | एक्सप्रेसवे पर कांवड़ियों के प्रवेश पर रहेगी रोक | खासतौर से 6 एटीएस की टीमें मुस्तैद |
400 से अधिक सीसीटीवी के साथ मुजफरनगर में चार बड़े नियंत्रण कक्ष तैयार | विशेष मोबाइल मेडिकल टीमें 24 घंटें तैनात रहेंगी। | सिंगल यूज प्लास्टिक का पूरे मार्ग पर है प्रतिबंध | मेरठ जोन के मार्ग पर निगरानी के लिए 1 हेलीकॉप्टर की तैनाती |
20 से अधिक एसटीएफ की टीमें चप्पे-चप्पे पर रहेंगी तैनात | शिविरों में पैरामेडिकल स्टाफ मदद करेगा। | हाईकोर्ट से मिले निर्देशों के अनुसार तेज आवाज में नहीं चलेंगे डीजे | करीब 10 हजार जवान दिल्ली में तैनात करने की तैयारी |
रूट में ऐसी किसी भी दुकान पर शस्त्र या हथियार बेचने की अनुमति नहीं | प्राथमिक सहायता की सभी चीजें शिविर में मिलेंगी। | कांवड़ मार्ग पर मीट और मदिरा की दुकानें खोलने की अनुमति नहीं। | दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर जांच के बाद मिलेगा प्रवेश |
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