तीनों कृषि कानूनों (3 Farm Law) को सरकार ने वापस लेने की घोषणा कर दी है। विपक्षी दलों को यह बात हजम नहीं हो रहा है। कांग्रेस (Congress) से लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की मनसा पर सवाल खड़े कर रही है। अब राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि दोबारा जरूरत पड़ी तो कानून बनाया जाएगा।
किसान आंदोलित थे इसलिए कानून को वापस लिया- Kalraj Mishra
कलराज मिश्र ने रविवार को भदोही में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित में लिए गए फैसले का मैं स्वागत करता हूं। सरकार ने किसानों को तीनों कानून के बारे में बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन किसान अपनी बातों पर अड़े रहे। फिलहाल के लिए यह कानून वापस लिया जा रहा है। पर भविष्य में इसकी जरूरत पड़ती है तो दोबारा लाया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि किसान आंदोलित थे इसलिए कानून को वापस लेना पड़ा है। सरकार को कानून की जरूरत वापस पड़ी तो फिर लाया जाएगा।
PM Modi की घोषणा
जाहिर है गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के पावन अवसर पर इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकार ने किसी कानून को बड़े आंदोलन के बाद वापस लिया है। पिछले एक साल से दिल्ली की दहलीज पर आंदोलन कर रहे किसानों को 19 नवंबर को खेत में लौटने और परिवार के पास जाने का आग्रह करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तीनों कृषि कानूनों (3 Farm Law) को वापस लेने की घोषण की थी। उन्होंने घोषणा करते हुए देश वासियों से क्षमा मांगी थी। पीएम मोदी ने कहा था कि शायद हमारी ही तपस्या में कोई कमी रह गई थी। इस कानून को समझा नहीं पाए। हमारी सरकार ने तीनों कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है।
पीएम मोदी ने उसी कानून को वापस लेने की घोषणा की है जिसे लेकर किसान पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वही कानू है जिसे लेकर किसानों और सरकार के बीच 12 दौर की सुलह के लिए वार्ता हुई, पर कोई हल नहीं निकला। यह वही कानून है जिसे लेकर सरकार बार बार कहती थी कि हम कृषि कानूनों को किसी भी सूरत में वापस नहीं लेंगे।
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