जेट एयरवेज की वित्तीय हालत काफी खराब है। कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आई है। इसका शेयर दो जुलाई के बाद से 14 फीसदी टूट चुका है।। ऐसे में जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने निवेशकों से माफी मांगी है। नरेश गोयल ने कहा कि प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और ईंधन भी महंगा हो रहा है। काफी शेयरधारकों ने पैसा गंवाया है। मैं दोषी और शर्मिंदा महसूस कर रहा हूं।
एयरलाइन की वित्तीय सेहत और कर्मचारियों के वेतन में कटौती के प्रस्ताव की चिंता के बीच जेट एयरवेज के चेयरमैन ने कहा कि सार्वजनिक धारणा सुधारने तथा नकारात्मक प्रचार को रोकने के लिए एक नई समिति गठित की जाएगी। नई कार्यकारी समिति के ज़रिए कंपनी के बारे में सभी धारणाओं को सुधारा जाएगा। एयरलाइन के निदेशक नसीम जैदी और अशोक चावला नई कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
हालांकि शेयर की बात करें तो आज कारोबार के दौरान ये 52 हफ्ते के निचले स्तर 258 रुपए पर आ गया। कंपनी का शेयर 5 जनवरी 2018 को 52 हफ्ते के उच्चस्तर 883।65 रुपए पर पहुंचा था। उस समय के बाद से गुरुवार को ये 67.5 फीसदी नीचे है। अप्रैल-जून तिमाही के वित्तीय नतीजे टलने के बाद शेयर में गिरावट आई।
जेट एयरवेज का शेयर पिछले 6 सत्रों से लगातार गिर रहा है। दो अगस्त के अब तक यह 21% टूट चुका है। जनवरी से अब तक शेयर 69% नीचे आ चुका है।। इससे पहले कंपनी ने अपने कर्मचारियों से स्पष्ट कहा था कि खर्चे कम करने के उपाय नहीं किए गए तो कंपनी के लिए 60 दिन के बाद ऑपरेट करना नामुमिकन होगा।
—ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन