भारत के पहले लग्जरी क्रूज ‘अंग्रीया’ के पहले कमर्शल सफर की शुरुआत 20 अक्टूबर को हुई। मुंबई से गोवा के बीच चलने वाला यह क्रूज जितना विशाल है उतना ही शानदार भी है। इस क्रूज से मुंबई से गोवा के बीच का समुद्री सफर बेहद शानदार होगा। मुंबई से गोवा पहुंचने में क्रूज को 16 घंटे लगेंगे। इसकी रफ्तार 30 से 32 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। इस क्रूज की क्षमता 400 यात्रियों की है।
क्रूज से एक तरफ का किराया 7 हजार से 12 हजार रुपये तक होगा। क्रूज सर्विस की अलग-अलग कैटिगरी के लिए अलग-अलग किराया है। टिकट किराए में भोजन, रिफ्रेशमेंट और ब्रेकफास्ट शामिल होगा। क्रूज जहाज सप्ताह में 4 बार चलेगा। क्रूज को तभी ऑपरेट किया जाएगा जब मौसम साफ होगा। इस हिसाब से अक्टूबर से मई के बीच ही क्रूज चलाया जाएगा।
क्रूज में 8 रेस्तरां और बार के अलावा डेक पर 24 घंटे खुली रहने वाली कॉफी शॉप भी है। इसके अलावा मेहमानों की पसंद की डिश भी क्रूज में मिलेंगी। क्रूज में एक स्विमिंग पूल, आधुनिक लॉन्ज और मनोंरजन का कमरा भी होगा
क्रूज का नाम अंग्रीया है जो मराठा नेवी के पहले एडमिरल कनहोजी आंग्रे के नाम पर रखा गया है। महाराष्ट्र और गोवा के बीच कोरल रीफ का नाम भी अंग्रीया बैंक है। क्रूज को खूबसूरत पेटिंग और तस्वीरों से सजाया जाएगा। रात को रंगी-बिरंगी रोशनी से शराबोर क्रूज बेहद भव्य लगता है।
यह क्रूज टूरिजम को भारत के लिए रेवेन्यू जुटाने के बड़े साधन के तौर पर विकसित करने की भारत सरकार की योजना का हिस्सा है। फिलहाल देश के 3 तटीय शहरों- मुंबई, चेन्नै और कोच्चि में क्रूज सर्विस को लेकर काम चल रहा है।
कपल ने रचाई शादी:
क्रूज आंग्रीया के पहले दिन ही शिप पर एक कपल प्रबीर और सयाली कोरेया ने अपने जीवन के सबसे अनोखे पल का जश्न मनाया। क्रूज पर मौजूद एक कपल ने समंदर के बीचों-बीच शादी रचाई। इस दौरान उन्होंने शिप पर ही केक काटकर जश्न मनाया। इस अवसर पर कैप्टन ने कहा, “हमें भी शादी का जश्न मनाने का पूरा हक है, बाद में वे कोर्ट में साक्ष्य पेश करेंगे कि उन्होंने समंदर में शादी रचाई है। मुझे इस बात की खुशी है कि भारत के पहले क्रूज पर ये चांस मिला।” सयाली ने इस मौके पर कहा कि ये बहुत ही अनोखा था। मुझे सम्मानित महसूस हो रहा है कि पहले क्रूज पर मैंने शादी रचाई। यह मेरे लिए सपने से कम नहीं था। मैं अपने जीवन में भी पहली बार क्रूज की सवारी कर रही हूं।
बता दें कि गोवा और मुंबई के बीच 1991 में क्रूज सर्विस शुरू की गई थी। उस समय दो जहाज कोंकण शक्ति और कोंकण सेवक मुंबई और गोवा के बीच सफर करते थे। दोनो शहरों के बीच सफर के लिए तब 24 घंटे लगते थे।