Indian Navy Day 2022: 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध जीतने वाली भारतीय नौसेना की ताकत और वीरता को याद करने के लिए हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस 2022 मनाया जाता है। 4 दिसंबर 1971 को ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के तहत भारती नौसेना ने पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे पर हमला किया था और विजय हासिल की थी। हालांकि इस जंग के दौरान 18 अधिकारियों समेत लगभग 174 नाविक को हमने खो दिया था। इस विजय के बाद से ही हर साल नौसेना दिवस (नेवी डे) मनाया जाता है। इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और हर साल नौसेना दिवस मनाने के लिए एक अलग थीम तय की जाती है।

नौसेना क्या है?
बता दें कि नौसेना भारतीय सेना की समुद्री शाखा है, जिसे 1612 में स्थापित किया गया था। भारतीय नौसेना की स्थापना 1612 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा की गई थी। माना जाता है कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने व्यापारी जहाजों की सुरक्षा के लिए एक नौसैनिक दल का गठन किया था। बाद में इसे रॉयल इंडियन नेवी का नाम दिया गया और स्वतंत्रता के बाद 1950 में इसे भारतीय नौसेना के रूप में पुनर्गठित किया गया।
इस बार पहली बार दिल्ली के बाहर भारतीय नौसेना दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। विशाखापट्टनम में राष्ट्रपति और सशस्त्र सेनाओं के सुप्रीम कमांडर, द्रौपदी मुर्मू भी खुद नौसेना की ताकत देखेंगी। यहां पर समुद्र में युद्धपोत, पनडुब्बी, हेलीकॉप्टर और लड़ाकू विमान अपने समंदर की लहरों पर अपनी ताकत दिखाएंगे।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नौसेना दिवस की बधाई दी। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि “सभी नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को नौसेना दिवस की शुभकामनाएं। भारत में हमें अपने समृद्ध समुद्री इतिहास पर गर्व है। भारतीय नौसेना ने दृढ़ता से हमारे देश की रक्षा की है और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान अपनी मानवीय भावना से खुद को प्रतिष्ठित किया है।”
साथ ही इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने, आईएएफ प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू के साथ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
संबंधित खबरें:
- 3 हजार अग्निवीरों का पहला जत्था तैयार, नाव पर पहली बार होंगी महिला नाविक
- Agnipath Scheme : अग्निपथ योजना पर अब सुप्रीम कोर्ट मे होगी सुनवाई, योजना के खिलाफ दायर की गई थी याचिका..