पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक और इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव पीयूष सिंह को उस वक्त माफ़ी माँगनी पड़ी जब वो इस्लामाबाद हाई कोर्ट के अंदर फ़ोटो लेते हुए पकड़े गए।
पीयूष सिंह उस मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट आए थे जिसमें एक भारतीय महिला उज़्मा ने एक पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली पर ज़बरदस्ती शादी करने का आरोप लगाया हुआ है। दिल्ली निवासी उजमा ने आठ मई को इस्लामाबाद की अदालत में अली के खिलाफ एक मामला दायर किया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि ताहिर अली ने बंदूक की नोक पर उससे शादी की थी और उसने उन्हें उत्पीड़ित व प्रताड़ित भी किया है।
रिपोर्टों के मुताबिक पीयूष सिंह ने कोर्ट के अंदर तीन तस्वीरें खींची जिसमें जस्टिस मोहसीन अख़्तर कयानी की तस्वीर भी शामिल थी।
जब जज को तस्वीर खींचने की बात पता चली तो पहले तो उनका फ़ोन ज़ब्त करने का आदेश दिया फिर लिखित माफ़ी माँगने के लिए कहा। पहले पीयूष सिंह ने मौखिक माफ़ी माँगी और बाद में लिखित रूप से भी माफ़ी मांग ली। सिंह की तरफ से एक बयान में कहा गया कि ‘मैं अदालत में भूल से मोबाइल का उपयोग करने की कोशिश के लिए पूरी तरह माफी मांगता हूं, अदालत से यह अनुरोध करता हूँ कि मुझे इसके लिए माफ किया जाए’। अदालत ने उनकी माफी स्वीकार कर ली है और भविष्य में उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए कहा है। ताहिर अली मामले की सुनवाई अब 22 मई को होगी।