Indian Army द्वारा पाकिस्तान के Pok में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) को आज पांच साल पूरे हो हए हैं। देश का जोश आज भी हाई है। 29 सितंबर वो तारीख है जब भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान (Pakistan) के सीने पर चढ़कर आतंकियों को मौत के घाट उतारा था और आतंकी ठिकानों को नष्ट भी किया था। 29 सितंबर 2016 इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गई है। यह दिन भारतीय सेना की वीरता को दर्शाता है और साबित करता है कि पाकिस्तान एक कमजोर मुल्क है।
50 से अधिक आतंकियों को Indian Army ने किया था ढेर
कायर पाकिस्तान ने साल 2016 में 18 सितंबर को भारतीय सेना के सोते हुए जवानों पर हमला किया था। इस आतंकी हमले में देश के 19 वीर जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था।
एक अनुमान के मुताबिक भारतीय बलों की Surgical Strike में 50 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे, जबकि कई आतंकी लॉन्च पैड को हमारे वीरों ने तबाह कर दिया था। भारतीय सेना के 150 कमांडोज ने 28-29 सितंबर की आधी रात पीओके में दुश्मन की सीमा में घुसे थे। ये वो दिन था जब सेना ने महज 4 घंटे के ऑपरेशन में पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी शिविरों को नेस्तनाबूद करने में कामयाबी हासिल की थी।
पाकिस्तानी सेना को Indian Army के कदमों का आभास तक नहीं हुआ
उन्होंने वहां भिंबर, केल, तत्तापानी और लीपा इलाकों में आतंकियों के कई लॉन्च पैड्स उड़ाए थे। कमांडोज ने इस तरह ऑपरेशन को अंजाम दिया था कि, पाकिस्तानी सेना को भारत के कदम का आभास तक नहीं हुआ था। रॉ और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पूरी मुस्तैदी से इस मिशन में आतंकवादियों की हर हरकत पर नजर रखी थी। इस ऑपरेशन में कम से कम 40 आतंकियों को मार गिराया गया था।
इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों के साथ ही पाक सेना के भी दो जवान मारे गए थे। इस ऑपरेशन को रात 12.30 बजे शुरू किया गया था। जबकि यह सुबह के 4.30 बजे खत्म हुआ था। इस सर्जिकल स्ट्राइक को नई दिल्ली के सेना मुख्यालय से सीधे ऑपरेट किया जा रहा था।
पाकिस्तान को Uri हमले का जवाब
उरी अटैक का बदला लेने और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कियाथा। उरी हमले के बाद प्रधानमंत्री जब वार रूम में गए थे, उसी दिन से सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी शुरू हो गई थी। 10 दिन की तैयारी के बाद ये ओपरेशन हुआ। इस मीटिंग में ये निश्चय भी हो गया था, कि जब भारत ऐसा करेगा तो पाकिस्तान के रिएक्शन पर हमें क्या जबाब देना है।
बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के चार आतंकवादियों ने सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर्स (Brigade Headquarter) पर 18 सितंबर को हमला किया था। भारी हथियारों के साथ आतंकियों (Terrorists) ने जिस वक्त हमला किया था। उस वक्त सुबह के करीब 5.30 बज रहे थे, और ज्यादातर सैनिक अपने टेंट में सो रहे थे। हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे।
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