पाकिस्तान की क्रूरता और हैवानियत का भारत ने मुंह तोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान की ईंट से ईंट बजा दी। पाकिस्तान ने सोमवार सुबह पूंछ की कृष्णा घाटी में सीज़फायर का उल्लंघन कर भारत के जवानों पर हमला बोल अपनी बुजदिली का परिचय दिया था वहीं शाम होते होते भारतीय सेना ने उनकी नापाक हरकत का करारा जवाब दे दिया। सेना ने उनकी किरपान और पिंपल पोस्ट की दो चौकियों को तबाह कर दिया जहां से पाकिस्तान ने अपनी कायरना हरकत को अंजाम दिया था।
इस बार चुप्पी नहीं साधी जाएगी–
पाकिस्तान जानता है कि वह प्रत्यक्ष तौर पर भारत का मुकाबला नहीं कर सकता इसीलिए हर बार ऐसी घटनाओं को दोहराता रहता है। भारत के दो सैनिकों के इस बार शहीद होने के बाद सरकार और आर्मी ने ठान लिया था कि इस बार पाकिस्तान को छोड़ा नहीं जाएगा। सेना ने कहा कि 1 मई 2017 को कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा(एलओसी) के पास दो फॉरवर्ड पोस्ट्स पर पाकिस्तानी सेना की ओर से सीज़ फायर का उल्लंघन हुआ, रॉकेट और मोर्टार से भारतीय सेना पर फायरिंग की गई। इतना ही नहीं इंसानियत की हदें पार करते हुए पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) ने हमारे दो जवानों के पार्थिव शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया गया। अब वक्त आ गया है कि उनको उनकी ही भाषा में जवाब दिया जाए। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी उनके बयान का समर्थन किया और पाकिस्तान को माकूल जवाब देने का निर्देश दिया।
इसके बाद रात होने से पहले ही भारतीय सेना एक्शन में आ गई और पाकिस्तान की चौकियों को ध्वस्त करते हुए उनके 7 जवानों को मार गिराया। भारतीय सेना प्रमुख कर्नल बिपिन रावत हालात का जायजा लेने के लिए श्रीनगर में ही मौजूद थे। सरकार ने पाकिस्तान को जवाब देने के लिए फ्री हैंड दिया था।
पाकिस्तान ने ऐसी बर्बरता पूर्ण हरकत पहली बार नहीं की है। इससे पहले भी 8 जनवरी 2013 को बैट ने भारतीय जवान हेमराज सिंह और सुधाकर सिंह की हत्या कर उनके शरीर के साथ अमानवीय व्यवहार किया था। हेमराज सिंह के शरीर को काट कर पाकिस्तानी अपने साथ ले गए थे वहीं सुधाकर सिंह के शव के साथ भी अमानवीय व्यव्हार किया गया था।