India-China Talks: चीन की ओर से आज सुबह से चुशुल-मोल्दो मीटिंग पॉइंट पर कोर कमांडर स्तरीय वार्ता का 14वां दौर जारी है। सैन्य कमांडर स्तर की इस वार्ता में पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले क्षेत्रों से दोनों देशों के सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पर चर्चा हो सकती है। भारतीय पक्ष का नेतृत्व फायर एंड फ्यूरी कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता कर रहे हैं। बता दें कि दोनों देशों के बीच 10 अक्टूबर, 2021 को 13वें दौर की सीमा वार्ता हुई थी।
India-China Talks: Army chief बोले- बातचीत से विवाद सुलझने की उम्मीद
बैठक को लेकर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (Manoj Mukund Naravane) ने कहा कि बातचीत चल रही है, हमें उम्मीद है कि हम बातचीत के माध्यम से अपने मतभेदों को सुलझाने में सक्षम होंगे। हम भविष्य में जो भी स्थिति होगी उसका सामना करने की स्थिति में हैं और मैं आपको उस पर बहुत विश्वास के साथ आश्वस्त कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि कोई भी कानून, जो अन्य देशों के लिए बाध्यकारी नहीं है और जो कानूनी रूप से मान्य नहीं है और जो हमारे अतीत में हुए समझौतों के अनुरूप नहीं है, जाहिर तौर पर हम पर बाध्यकारी नहीं हो सकता।
Manoj Mukund Naravane बोले-आंशिक रूप से डिसइंगेजमेंट हुई है लेकिन खतरा कम नहीं हुआ
सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे ने कहा कि “पश्चिमी मोर्चे पर विभिन्न लॉन्च पैड में आतंकवादियों की संख्या में वृद्धि हुई है और बार-बार नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ के प्रयास किए गए हैं। यह एक बार फिर हमारे पश्चिमी पड़ोसी के नापाक मंसूबों को उजागर करता है।
कोर कमांडर स्तर की 14वीं वार्ता चल रही है और मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हम इसमें प्रगति देखेंगे। हालांकि आंशिक रूप से डिसइंगेजमेंट हुई है लेकिन खतरा कम नहीं हुआ है।”
उन्होंने कहा कि 4 दिसंबर को नागालैंड के ओटिंग में हुई खेदजनक घटना की गहनता से जांच की जा रही है। हम संचालन के दौरान भी अपने देशवासियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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