दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ डूसू चुनाव में वापसी करने वाले आम आदमी पार्टी आप के संगठन सीवाईएसएस के वैकल्पिक राजनीति के दावे झूठे साबित होते नजर आ रहे हैं। संगठन का दावा था कि वह इस बार ‘वैकल्पिक राजनीति’ के लिए मैदान में है और पैसे की ताकत नहीं दिखाएगी लेकिन महंगी गाड़ियों पर लगे पोस्टर्स को गलत साबित कर रहे हैं।
जॉइंट सेक्रटरी के लिए सीवाईएसएस कैंडिडेट सन्नी तंवर के नाम वाले पोस्टर कई महंगी गाड़ियों पर चस्पा मिले और ये गाड़ियां नॉर्थ कैंपस इलाके में घूमती नजर आईं।
सीवाईएसएस दिल्ली के अध्यक्ष सुमित यादव का कहना है कि इन कारों को ऑफ-कैंपस कॉलेजो के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है और तंवर उतनीं कारों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं जितनी विरोधी संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई द्वारा की जा रही हैं। उन्होंने कहा -हम प्रचार के लिए जाकिर हुसैन कॉलेज गए थे और बारिश में पूरे भीग गए क्योंकि चुनाव में दिखावा करना हमारी पॉलिसी में नहीं है।’ हालांकि यह मुद्दा सोशल मीडिया तक पहुंच गया है और यादव ने वादा किया है कि वह इसकी जांच करेंगे।
इस बार सीवाईएसएस और आइसा मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। आइसा हमेशा से डूसू चुनावों के लिए ‘क्लीन कैंपेन’ की पक्षधर रही है। अकसर आइसा के कैंडिडेट्स को पैंफ्लेट्स आदि का इस्तेमाल न करते हुए देखा गया है, जिसके लिए डूसू चुनाव बदनाम है।