यूपी की राजधानी लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में पीएम मोदी औऱ सीएम योगी ने उन सभी उद्मियों का अभिवादन किया जिन्होंने यूपी के विकास में योगदान दिया। कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018 का उद्घाटन किया था। 4.68 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे। पांच माह की अल्प अवधि में 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश की प्रक्रिया को आरंभ कर रहे हैं। वहीं 50 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं पाइप लाइन में हैं। दो दिन के दौरे पर आए पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि योगी जी के नेतृत्व में सरकार ने निवेशकों से संवाद बनाए रखा और इंटेट को इंवेस्टमेंट में बदलने के लिए माहौल तैयार किया। ऑनलाइन एमओयू ट्रैकर हो या क्लीयरेंस के लिए निवेश मित्र जैसा डिजिटल प्लेटफॉर्म, ये यूपी में बिजनेस के लिए बने अनुकूल वातावरण को दर्शाता है।
सरकार Holistic vision, Inclusive Action की अप्रोच पर काम कर रही है।
यहां मौजूद आप सभी को और तमाम निवेशकों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि अभी तो ये शुरुआत है।
आप राष्ट्र निर्माण की एक महत्वपूर्ण इकाई हैं और आपके संकल्प, देश के करोड़ों नौजवानों को सपनों से भी जुड़े हुए हैं: PM
— PMO India (@PMOIndia) July 29, 2018
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने यूपी की 22 करोड़ जनता को वचन दिया था कि उनके प्यार को ब्याज़ समेत लौटाउंगा। यहां जो परियोजनाएं शुरु हो रही हैं वो उसी वचनबद्धता का हिस्सा हैं। ये प्रोजेक्ट्स उत्तर प्रदेश में आर्थिक और औद्योगिक असंतुलन को दूर करने में भी सहायक होंगे। पीएम ने कहा कि ये प्रोजेक्ट्स डिजिटल और मेक इन इंडिया को नया आयाम देने की दिशा में बहुत बड़े कदम सिद्ध होने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में इंटरनेट सर्विस पहुंचाने के लिए फाईबर बिछाना हो या फिर आईटी सेंटर स्थापित करना। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर यूपी के विकास को नई गति, नई दिशा देने वाला हैं।
बिजली के क्षेत्र में जो भी Reforms किए गए हैं, उनसे देश और देश के सामान्य जन के हज़ारों करोड़ रुपयों की बचत हुई है।
उदय योजना ने डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों को नई लाइफलाइन दी है।
उजाला के LED बल्ब लगाए गए उससे 3 वर्षों के दौरान बिजली के बिल में करीब 50,000 करोड़ की बचत हुई है: PM
— PMO India (@PMOIndia) July 29, 2018
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश दुनिया के लिए मोबाइल मेन्यूफैक्चरिंग का हब बनता जा रहा है। इस मैन्यूफैक्चरिंग रिवॉल्यूशन की अगुवाई उत्तर प्रदेश कर रहा है। यूपी में 50 से अधिक मोबाइल फोन बनाने वाली फैक्ट्रियां काम कर रही हैं दुनिया की सबसे बड़ी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की भी शुरुआत यहां हो चुकी है।