Himalaya Drug Company: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि दवा कंपनी हिमालया (Himalaya- Pharmaceutical company) अपने उत्पादों में हलाल-प्रमाणित मांस (Halal Meat) का प्रयोग करती है। तस्वीरों में यह भी दावा किया जा रहा है कि कंपनी मुसलमानों के हलाल उत्पादों को उपयोग करने के दायित्व को पूरा करने के लिए हर्बल, केमिकल, फूड कलर उत्पादों को ध्यान में रखते हुए बना रही है।

दरअसल, इस्लाम के अनुयायी ऐसे खाद्य पदार्थों और उत्पादों का प्रयोग नहीं करते हैं जो इस्लाम में हराम हैं। हलाल सर्टिफिकेशन के ज़रिए उनको इत्मीनान रहता है कि जो चीज वो खा रहे हैं या इस्तेमाल कर रहे हैं वो ठीक है। इस ट्रेंड का मकसद हलाल सर्टिफाइड फूड और अन्य सामानों का बहिष्कार करना है। कंपनियां अपने उत्पादों का हलाल सर्टिफिकेशन इसलिए करवाती हैं जिससे उनके उत्पादों को इस्लामिक देशों में निर्यात किया जा सके।

Himalaya Drug Company का हो रहा है विरोध
जैसे ही पोस्ट ट्विटर पर वायरल हुआ, लोगों ने कंपनी के खिलाफ यह कहते हुए विरोध करना शुरू कर दिया कि जब तक कंपनी इस मामले पर स्पष्टीकरण जारी नहीं करती तब तक वे हिमालय उत्पादों का बहिष्कार करेंगे। ट्विटर पर हिमालय इंडिया को टैग करते हुए, एक उपयोगकर्ता ने कंपनी से कहा कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए और लोग वैकल्पिक उत्पादों का उपयोग करना शुरू कर दें, इस मुद्दे को स्पष्ट करें। आशा है, कि आपको इस बात का पता होगा कि भारतीय उपभोक्ताओं के लिए यह न केवल उत्पाद और गुणवत्ता है, बल्कि भावनाओं की कुछ धारणाएं भी इससे जुड़ी हैं।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब सोशल मीडिया पर इस तरह का कोई पोस्ट वायरल हो रहा है। इससे पहले, जुलाई 2021 में, कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने यह दावा करते हुए कहा था कि हिमालया ड्रग कंपनी के नीम, तुलसी और लसुना की खुराक में हलाल-प्रमाणित मांस होता है।

उस समय यह कहा गया था कि हिमालय के सौंदर्य प्रसाधन उत्पाद, तुलसी और नीम कैप्सूल की गोलियां जिलेटिन (Gelatin) से बने होते हैं जो गायों या सूअरों से प्राप्त होते हैं, और यह हलाल प्रमाणित होते हैं।
संबंधित खबरें:
- Dairy Products से है एलर्जी तो इन स्रोतों से पूरी कीजिए Calcium की कमी
- Meat और Dairy Products से बढ़ रहा कार्बन उत्सर्जन, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी