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हरियाणा पुलिस ने गुरुग्राम के सेक्टर 56 में तीन साल की मासूम से बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में जिस व्यक्ति को पकड़ा है उसके खुलासे से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। सुनील नामक युवक ने पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जो बयां किया है उसे सुनकर स्तब्ध रह जाना लाजिमी है। सुनील ने पूछताछ में नौ मासूम बालिकाओं से बलात्कार और उनकी हत्या की बात स्वीकार की है। इन बालिकाओं की उम्र तीन से आठ साल के बीच थी जिनमें चार बालिकायें दिल्ली, तीन गुडगांव, एक झांसी और एक ग्वालियर की थी।
बहशी युवक ने अपने कबूलनामे में कहा है कि वह बच्चियों को कुरकुरे या चाकलेट दिलाने के बहाने फुसलाकर सुनसान जगह ले जाता था। बच्ची भाग न सके, इसलिए पहले वह उसकी टांग तोड़ देता था और अपना बहशीपन मिटाने के बाद पत्थर मारकर हत्या कर देता और शव या तो वहीं छोड़कर या आसपास कहीं फेंक देता था। कुकृत्य करने के बाद खुशी में जमकर शराब पीता था। उसने पिछले दो वर्ष के दौरान इन घटनाओं को अंजाम दिया।
गुरुग्राम के सेक्टर 66 में 12 नवंबर की सुबह सड़क के किनारे तीन साल की मासूम का शव मिला था। यह बालिका एक दिन पहले से गायब थी। बालिका के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी। वारदात को लेकर सुनील पर शक हुआ और उसकी मां, जीजा और बहन से पूछताछ के बाद 17 नवंबर को उसे झांसी के मगरपुर गांव से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) सुमित कुमार ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बालिका के साथ बलात्कार और हत्या करने के बाद वह पुराने गुरुग्राम गया। गुरुदारे में लंगर खाया और कमला नेहरु पार्क में रात बिनाने के बाद अगले दिन सुबह ट्रेन से दिल्ली भाग गया। तेरह नवंबर को पूरे दिन दिल्ली में इधर-उधर घूमता रहा और रात निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के निकट पुल के नीचे गुजारी। इसके बाद झांसी भाग गया और पकड़े जाने तक वहीं रहा।
कुमार ने बताया कि पुलिस पूछताछ कर सबूत जुटा रही है। सुनील को पकड़ने के लिए पुलिस ने उसके भंडारे में खाने का शौक को देखते हुए मंगलवार को गुड़गांव के एक हनुमान मंदिर और गुरुवार को सांई मंदिर और शनिवार को शनि मंदिर में भंडारे भी लगाये और चौकसी रखी लेकिन सफलता नहीं मिली। उपायुक्त ने बताया कि सुनील को आठ दिन के रिमांड पर लेकर हरियाणा पुलिस ग्वालियर, दिल्ली और झांसी में पुलिस से संपर्क कर सबूत जुटाने में लग गयी है।
-साभार, ईएनसी टाईम्स