यूपी में नई सरकार आने के बावजूद हत्याओं और वारदातों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सपा के गुंडाराज को मुद्दा बनाकर जो योगी सरकार सत्ता में आई थी, वहीं राज्य में अपराध को रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं। एक आकड़े के मुताबिक सपा सरकार के मुकाबले योगी सरकार में अपराध की दर 195% तक बढ़ गई है। जहां सपा सरकार के शुरूआती दो महीने के कार्यकाल के दौरान क्राइम के कुल 212 मामले सामने आए थे, वहीं योगी सरकार में यह आकड़ा 712 तक पहुंच गया है। अपराधी अब ना केवल आम जनता को निशाना बना रहे हैं बल्कि खाकी वर्दी वाले भी अब इनसे सुरक्षित नहीं हैं।
ताजा मामला बिजनौर जिले के मंडावर थाने के बालावली चौकी से सामने आ रहा है, जहां बालावली चौकी के चौकी इंचार्ज शहजोर सिंह मलिक की हत्या हो गई है। शुक्रवार देर शाम अज्ञात बदमाशों ने गला रेतकर उनकी हत्या कर दी और डेड बॉडी को सड़क किनारे खेत में फेंक दिया। बदमाशों ने उनकी अंगुली भी काट दी और उनका सर्विस पिस्टल लेकर फरार हो गए। स्थानीय लोगों द्वारा सूचना मिलने पर मौका-ए-वारदात पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
बताया जा रहा है कि शहजोर सिंह शुक्रवार रात करीब 8 बजे बाइक से मंडावर थाने से बालावाली पुलिस चौकी जा रहे थे। रास्ते में गोपालपुर गांव से कुछ दूर पर बंद पड़ी कांच की फैक्ट्री के पास अज्ञात बदमाशों ने उनपर धारदार हथियार से हमला कर दिया और उनकी हत्या कर दी। शहजोर सिंह की हत्या के बाद बदमाशों ने उनका शव खेत में फेंक दिया और उनका सर्विस पिस्टल लेकर फरार हो गए।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शव सड़क किनारे खेत में पड़ा था। उनकी गर्दन और उंगली कटी हुई थी और शरीर पर भी चोट के कई निशान थे। घटना की सूचना मिलते ही डीएम जगतराज और एसपी अतुल शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी अतुल शर्मा ने बताया कि हत्या की वजह अभी पता नहीं चल सकी है, हमने जांच शुरू कर दी है। हालांकि स्थानीय हलकों में शोर है कि कुछ स्थानीय खनन माफिया शहजोर सिंह के सख्त कार्रवाई से परेशान थे और उन्होंने ही उनकी हत्या करवाई है।
उधर एडीजी बरेली बृजराज मीणा ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने भरोसा जताया है कि आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी होगी।