गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भगवान राम के तीरों से इसरो की मिसाइलों की तुलना करते हुए कहा कि जिस राम राज्य की भगवान राम ने बात कही थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैसा ही रामराज्य स्थापित करने में जुटे हैं।
बता दें कि शनिवार को इंस्टीट्यूट ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी रिसर्च एंड मैनेजमेंट (आईआईटीआरएएम) के कॉन्वोकेशन में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि रामायण में राम के जिस तीर का ज्रिक किया गया है वह इसरो की मिसाइल हैं। इसलिए बुनियादी सुविधाओं के निर्माण और सामाजिक इंजीनियरिंग को इसमें शामिल करने का श्रेय भगवान राम को जाता है।
इस दौरान सीएम रुपानी ने कहा कि कल्पना करिए की राम एक इंजीनियर थे। उन्होंने कहा, जो काम आज इसरो कर रहा है, राम का एक तीर वैसे ही काम करता था। राम ने उन्हें (लोगों को) आजाद कराने के लिए इनका इस्तेमाल किया था।’ भगवान राम की इंजीनियरिंग स्किल कौशल की सहारना करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘अगर बुनियादी ढांचा भगवान राम और रामायण से जुड़ा है तो कल्पना कीजिए राम किस तरह के इंजीनियर थे? जिन्होंने भारत और श्रीलंका को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण किया था।’
उन्होंने आगे बताया कि हथियारों और बुनियादी ढांचे के अलावा राम ने सोशल इंजीनियरिंग में भी काम किया।
इतना ही नहीं उन्होंने सुग्रीव, हनुमान और बंदरों की सेना को सोशल इंजीनियरिंग का उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा, महात्मा गांधी ने इस राम राज्य के बारे में कहा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई (मोदी) इसके लिए काम कर रहे हैं।
रुपानी के अनुसार उन दिनों सभी जातियों को एक साथ लाने का काम भगवान राम ने किया। रुपानी ने कहा, “तथ्य यह है कि उन्होंने शबरी के बेर भी खाए, जो दिखाता है कि उन्होंने आदिवासियों का विश्वास अर्जित किया था।