1 जुलाई से पूरे देश में जीएसटी लागू हो चूका है। जीएसटी लागू होने के बाद 15 दिनों के आंकड़ों से यह पता चला है कि अगर इसी रफ्तार से राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई तो महीने-दर-महीने राजस्व में 11 फीसदी की बढ़त होगी।

बता दें कि जीएसटी मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जाता है जिसके बारे में वह हमेशा कहती आई है कि जीएसटी के आने के बाद अच्छे दिन आ जाएंगे। फिलहाल अगर इन 15 दिन के आकड़ों को देखें तो मालूम पड़ेगा कि अगर अर्थव्यवस्था की रफ्तार इसी तरफ चलती रही तो अच्छे दिन आना तय है। इस बात की जानकारी केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड ने दी। सीबीईसी के मुताबिक एक जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयात से प्राप्त कुल राजस्व 12,673 करोड़ रुपये रहा, जबकि जून महीने में समान अवधि में यह 11,405 करोड़ रुपये था।

गौरतलब है कि जीएसटी लागू होने के बाद राजस्व में कितनी बढ़ोतरी हुई है इसकी सटीक जानकारी तो अक्टूबर में मिलेगी क्योंकि अक्टूबर में ही इसकी पहली तिमाही पूरी होगी।

सीबीईसी की प्रमुख वनजा सरना ने कहा कि “सीमा शुल्क से ठीकठाक राजस्व प्राप्त हुआ है। हमें उम्मीद है कि राजस्व की मात्रा पिछले महीने जितनी ही होगी। हालांकि हम साल दर साल आधार पर इसमें बहुत अधिक वृद्धि की उम्मीद नहीं कर रहे हैं।” सरना ने यह भी कहा कि  इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ व्यापारियों को मिलेगा, लेकिन कर आधार में बढ़ोतरी से राजस्व को कोई नुकसान नहीं होगा। हालांकि, डिजिटीकरण से टैक्स आधार में तेजी से वृद्धि हो रही है, लेकिन अभी इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी।

हालांकि जीएसटी लागू होने के बाद नए और पुराने मिलाकर 75 लाख पंजीकरण किए गए हैं। वित्त मंत्री अरूण जेटली के मुताबिक जीएसटी के तहत आधार में 80 लाख तक की आसानी से बढ़ोतरी होगी।

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