बिहार विधान सभा चुनावों की तारीखें जैसे जैसे नजदीक आते जा रही हैं वैसे वैसे राजनैतिक दलों की विधानसभा सीटों के चुनाव को लेकर आपसी मगजमारी तेज हो गई है। आज काफी दिनों तक महागठबंधन के दलों में आपसी विचारों के आदान प्रदान के बाद में सीट शेयरिंग का फॉर्म्युला फाइनल हो गया है। फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल की कमान संभाले हुए तेजस्वी यादव के हाथों में है और उन्होंने ही अपनी पार्टी की ओर से डील फाइनल की है। तेजस्वी मीडिया को भी सीट बंटवारे की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि बिहार चुनाव में आरजेडी 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस को 70 सीटें और साथ ही वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेगी। सीपीएम को 4 सीटें, सीपीआई को 6, सीपीआई माले को 19 सीटें दी गई हैं। हेमंत सोरेन की जेएमएम और वीआईपी को आरजेडी अपने कोटे से सीट देगी।
कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया कि बिहार की जनता ने 2015 में नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ अपना मत दिया था। लेकिन, नीतीश कुमार जनमत को धोखा देकर फिर बीजेपी के साथ सत्ता में आसीन हो गए। बिहार की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के साथ छल कर रही है। बिहार एक युवा प्रदेश में जहां युवाओं की संख्या अधिक है, तेजस्वी यादव युवा चेहरा हैं। लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव गरीब के पुत्र और संघर्षशील नेता के रूप में जाने जाते हैं।
कांग्रेस की ओर से नेता अविनाश पांडेय ने इस मौके पर कहा कि कि आरजेडी काफी समय से यूपीए और कांग्रेस के अच्छे बुरे दिनों में साथ रहा है। नीतीश कुमार के तथाकथित सुशासन की सरकार में बिहार की जनता को पिछले 15 साल से सिर्फ मायूसी हासिल हुई। बिहार में बेरोजगारी पहले नंबर पर है। बिहार में रोजगार नहीं मिलने की वजह से हिंदुस्तान के हर राज्य में वो मजदूरी करने को मजबूर हैं। हालांकि कांग्रेस नेता अविनाश पांडेय को आरजेडी कार्यकर्ताओं की ओर से थोड़ी फजीहत का भी सामना करना पड़ा। उनके भाषण के दौरान आजेडी कार्यकर्ताओं ने हल्ला मचाया है कि रैली की तरह भाषण नही दें यह ये पीसी है। हालांकि बाद में कांग्रेस की ओर से साफ किया गया कि महागठबंधन का नेतृत्व आरजेडी के नेता ही करेंगे।
दिन में एक खबर ऐसी भी आई जो आरजेडी के लिए एक बड़ा झटका थी। आरजेडी सुप्रींमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अपने कमरे मे बेहोश पाए गए। ऐसे में एकबारगी तो यह लगा कि आज महागठबंधन का सीट शेयरिंग का मसला फाइनल नहीं हो पाएगा। लेकिन तेजप्रताप के लिए आनन फानन में चिकित्सकों को फोन किया गया , फिर बाद में एम्बुलेंस बुला कर उन्हें अस्पताल भेजा गया।
सीट शेयरिंग को लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, VIP प्रमुख मुकेश साहनी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस के नेता आनंद माधव आरजेडी नेता भोला यादव शामिल हुए। इस दौरान माले, CPI, CPI (M) के नेता भी मौजूद रहे।
इस दौरान महागठबंधन की ओर से नया नारा दिया गया- संकल्प बदलाव का। कांग्रेस ने कहा कि काफी सोच विचार करके बिहार में बदलाव के लिए एक मजबूत गठबंधन बनाया गया है। बिहार के विकास के लिए एक मंच पर आने का निर्णय लिया गया है।
आज काफी दिनों तक महागठबंधन के दलों में आपसी विचारों के आदान प्रदान के बाद में सीट शेयरिंग का फॉर्म्युला फाइनल हो गया है। फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल की कमान संभाले हुए तेजस्वी यादव के हाथों में है और उन्होंने ही अपनी पार्टी की ओर से डील फाइनल की है।