Darbhanga Airport: अगले साल मई में दरभंगा से विमान सेवा शुरू हो जाएगी। दरभंगा एयरपोर्ट पर रनवे रीकारपेटिंग का टेंडर पूरा हो चुका है। निर्माण करनेवाली कंपनी तो 6 महीने में रनवे का पुनर्निर्माण कर के देना है। इससे पहले यह योजना थी कि पहले सिविल एन्क्लेव का निर्माण शुरू कराया जाए, लेकिन दरभंगा से विमान सेवा जल्द शुरु करने के उद्देश्य से अब पहले रनवे रीकारपेटिंग का काम पूरा कराया जाएगा।
दरभंगा दरभंगा हवाईअड्डा से पहले चरण में दिल्ली और बेंगलुरू के लिए हवाई सेवा शुरू होगी,जिसके लिए स्पाइस जेट ने प्रस्ताव दिया था।जिसको स्वीकृति मिल चुकी है। इस समय दरभंगा एयरपोर्ट एयरफोर्स के बेस स्टेशन के रुप में सक्रिय है। लेकिन अब प्रदेश की बढ़ती जरूरत को देखते हुए इसी हवाई अड्डे से नागरिक विमान सेवा शुरू की जा रही है। क्षेत्रीय संपर्कता योजना के उड़ान दो चरण के अंतर्गत यह सेवा शुरू की जा रही है ।
दरअसल,एयरफोर्स और कमर्शियल विमानों का रनवे अलग-अलग तरह का होता है। एयरफोर्स बेस के रनवे पर वीआईपी को ले जाने वाले छोटे एयरफ्राफ्ट तो उतर सकते हैं, लेकिन बोईंग 737 और एयरबस 320 जैसे बड़े यात्री विमान नहीं। इनको उतरने के लिए न केवल अधिक चौड़े रनवे (60 फीट) की जरूरत होती है बल्कि उसकी ग्रिप भी अलग तरह की होती है ताकि विमानों का ब्रेक बेहतर काम कर सके। यही वजह है कि फाइटर एयरक्राफ्ट के उतरने लायक रनवे के बावजूद दरभंगा एयरपोर्ट के रनवे को फिर से बिछाया जा रहा है।
सिविल एन्क्लेव के निर्माण के लिए दरभंगा में पोर्टा केबिन का इस्तेमाल होगा। इससे न केवल जल्द सिविल एन्क्लेव का निर्माण पूरा होगा बल्कि उसमें खर्च भी कम लगेगा। विदित हो कि क्षेत्रीय संपर्कता योजना के अंतर्गत निर्मित एयरपोर्ट में आरंभ में पोर्टा केबिन का ही इस्तेमाल बेहतर माना जाता है। पैसेंजर फ्लो अधिक बढ़ने के बाद ही स्थायी संरचना का निर्माण किया जाता है। पोर्टा केबिन को स्थायी संरचना के समय हटाना भी आसान होता है और दूसरे जगह इसका फिर से इस्तेमाल भी संभव होता है।
दरभंगा से पहले चरण में दिल्ली और बेंगलुरू के लिए हवाई सेवा शुरू होगी। इसके लिए स्पाइस जेट ने प्रस्ताव दिया था, जिसे स्वीकृति मिल चुकी है। इन दिनों उत्तर बिहार से विमान पकड़ने के लिए पटना आने वाले कई हवाई यात्री देर रात ही पटना आ जाते हैं और घंटो एयरपोर्ट के बाहर सुबह होने का इंतजार करते हैं। उत्तर बिहार के लोगों को इस तरह की समस्या से निजात मिलेगी और वे दरभंगा एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे।
–एपीएन, ब्यूरो रिपोर्ट