सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुलिस ने उन्नाव एक्सप्रेस वे के पास हिरासत में ले लिया। उनके साथ सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, विधायक अमिताभ बाजपेई, संजय लाठर समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।  उन्हें गिरफ्तार कर धौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में ले जाया गया। अखिलेश समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक प्रदीप यादव से मिलने जा रहे थे। पुलिस को यह खबर पहले से थी इसलिए उन्होंने पहले से ही नाकाबंदी कर रखी थी और बड़ी मशक्कत और तनातनी के बाद अखिलेश यादव को औरैया जाने से पुलिस रोकने में सफल रही।

इससे पहले औरैया में जिला पंचायत पद के लिए हो रहे उपचुनाव में जमकर बवाल हुआ था। पर्चा दाखिले के दौरान सपा और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट भी हुई थी। इस मारपीट में प्रदीप यादव समेत कई कार्यकर्ताओं को काफी चोटें आईं। पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज भी करना पड़ा था और पुलिस ने कई सपा नेताओं को गिरफ्तार भी कर लिया था।

इसी सिलसिले में अखिलेश यादव अपने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ इस मारपीट पर विरोध जताने और अपने साथियों का हालचाल जानने जा रहे थे। लेकिन दोपहर लगभग 11 बजे उन्नाव क्षेत्र के हसनगंज में अखिलेश यादव का काफिला रोक लिया गया और उन्हें पुलिस ने नजरबंद कर लिया। इस क्रम में पुलिस को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का जबरदस्त विरोध भी झेलना पड़ा।