खेती और किसानी से जुड़े कई मुद्दे लेकर किसान सड़कों पर कूच कर रहे हैं। ऐसे में किसानों ने ऐलान किया है कि अगर उनकी मांगों को (जैसे एमएसपी MSP के लिए कानूनी गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने समेत अन्य मांगों) 12 फरवरी तक नहीं माना गया तो 13 फरवरी के दिन किसान राजधानी दिल्ली की ओर कूच करेंगे और जंतर मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। ऐसे में किसानों को दिल्ली में आने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा सीमेंट और कंक्रीट की बड़ी-बड़ी बैरिकेडिंग की गई है।
वहीं, किसान आंदोलन को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) शामिल नहीं होगा। SKM ने 16 फरवरी को भारत बंद की बात की है।
ऑल इंडिया किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और SKM लीडर हनन मोल्लाह ने बताया है कि 13 जनवरी को होने वाले आंदोलन में उनका डल शामिल नहीं होगा। उन्होंने कहा, “इंडिया किसान सभा SKM का सबसे बड़ा डल है और हम 13 फरवरी को होने वाले आंदोलन में शामिल नहीं होंगे। पिछले किसान आन्दोलन के बाद किसान मोर्चा से कुछ दल अलग हो गए थे तो ये आंदोलन उन्होंने बुलाया है। कोई भी प्रदर्शन कर सकता है, सभी को इसका अधिकार है।”
दिल्ली के बॉर्डर पर कंक्रीट के विशाल बैरिकेड्स
किसानों के दिल्ली कूच करने के ऐलान के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट मोड पर आ चुकी है और उन्होंने किसानों को रोकने के लिए कई रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके साथ ही आज सुबह से कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है। दिल्ली-हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर किसानों को राजधानी में घुसने से रोकने के लिए दोनों राज्य (हरियाणा और दिल्ली) की पुलिस ने कंक्रीट और सीमेंट के भारी-भरकम बैरिकेड्स सड़क के किनारों पर जमा कर दिए हैं।
संयुक्त राष्ट्र किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को बुलाया भारत बंद
MSP की गारंटी और कर्ज माफी जैसे मुद्दों को लेकर संयुक्त राष्ट्र किसान मोर्चा (SKM) ने 16 फरवरी, 2024 को देशव्यापी भारत बंद का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि देशभर के सभी किसान और किसान संगठन इस भारत बंद में सम्मिलित होंगे। खबर है कि करीब 4 घंटों तक सभी राष्ट्रीय हाईवे बंद करने की कोशिश होगी।