कोरोना वायरस उत्पत्ति को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर तीखा बयान दिया है। उन्होंने चीन को सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि, ‘सबने यहां तक कि दुश्मन बताने वालों ने भी कहना शुरू कर दिया है कि वुहान के लैब से चीन के वायरस के आने की बात कहने वाले राष्ट्रपति ट्रंप सही थे। इस महामारी से होने वाली मौतों और नुकसान की भरपाई के लिए चीन को अमेरिका और दुनिया को 10 ट्रिलियन का भुगतान करना चाहिए।’
गुरुवार को कोरोना संक्रमण पर बात करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि, पूर्ववर्ती बराक ओबामा प्रशासन ने बेवकूफी की और वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के लिए फंडिग किया। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण अमेरिका समेत दुनिया भर को हुए भारी नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए चीन को 10 ट्रिलियन का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि तुरंत ही वुहान के फंडिंग को खत्म कर दिया था। ट्रंप ने कहा, ‘जब मैंने इस बारे में सुना तब, मैंने कहा- किसी हालत में नहीं दिया जाएगा फंड।’ ट्रंप ने यह भी जिक्र किया कि महामारी की शुरुआत में ही उन्होंने चीन के साथ सीमा बंद कर दी थी जिसपर संक्रामक रोक के विशेषज्ञ डॉक्टर फॉसी ने आपत्ति जताई थी।
वायरस को लेकर अमेरिका सहित कई देश पता लगाने में जुटे है कि, कोरोना प्राकृतिक वायरस है या लैब में तैयार किया गया है। इस मुद्दे पर कई बड़े खुलासे भी हो चुके हैं। कई अमेरिकी रिपोर्ट का दावा है कि, वायरस को लैब में ही तैयार किया गया है।
गौरतलब है कि, कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में फैलना शुरू हुआ था। सबसे पहले यह वायरस वुहान के नॉवेल शहर में मिला था जिसके बाद धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल गया। 2020 के 11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया था।