देश में कोरोना का सितम जारी है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार के सामने सरकार ध्वस्त होती दिख रही है। देश की राजधानी दिल्ली में जनता की सांसों पर कोरोना का पहरा है। राजधानी कोरोना की राजधानी बन चुकी है। यहां पर लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं। देश में श्मशान घाट की सबसे भयंकर तस्वीर अगर कहीं से आ रही है तो वो दिल्ली है।
दिल्ली में लाशों को जलाने के लिए जगह कम पड़ गई है। नए श्मशान घाट बनाए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि, अगर इसी तरह चलता रहा तो, लाशों को सड़कों पर रखकर जलाना पड़ेगा। इस बीच अच्छी खबर यह है कि, कोरोना के मामलों में थोड़ी कमी देखी गई है। 24 घंटे के भीतर 3.24 लाख नए केस सामने आए हैं वहीं 2771 लोगों की मौत हुई है।
डर के इस माहौल में राहत की बात है कि रिकॉर्ड 2.48 लाख मरीज ठीक भी हुए। संक्रमण को मात देने वालों का यह आंकड़ा अब तक सबसे ज्यादा है। एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी पर भी कुछ लगाम लगती दिखाई दे रही है। बीते दिन एक्टिव केस में सिर्फ 67,660 की बढ़त दर्ज की गई। यह पिछले 14 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 12 अप्रैल को इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 63,065 की वृद्धि हुई थी।
महाराष्ट्र की बात करें तो, यहां सोमवार को 48,700 लोग संक्रमित पाए गए। 71,736 लोग रिकवर हुए और 524 की मौत हो गई। अब तक राज्य में 43 लाख 43 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 36.01 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 65 हजार 284 लोगों की मौत हो गई है। 6 लाख 74 हजार 770 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को 20,201 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 22,055 लोग ठीक हुए और 380 की मौत हो गई। अब तक 10 लाख 47 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 9 लाख 40 हजार ठीक हो चुके हैं, जबकि 14,628 मरीजों की मौत हो चुकी है। 92,358 का इलाज चल रहा है।