Coal Shortage: सोशल मीडिया से लेकर अखबार में खबरें दिख रही हैं कि भारत ऐतिहासिक बिजली संकट (Historical Power Crisis) के कगार पर खड़ा है। भारत में 135 कोयले पर आधारित बिजली संयंत्र हैं जिनमें से आधे से अधिक कोयले की तंगी झेल रहे हैं। क्योंकि इस समय देश भयंकर कोयला संकट (Coal Shortage) से गुजर रहा है। इस बाबत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को खत भी लिखा था। उस खत पर इतना बवाल हो रहा है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को आज प्रेस वार्ता करनी पड़ी। मनीष सिसोदिया ने प्रेस वार्ता के जरिए केंद्र पर हमला बोला है।
केंद्र सरकार ढूंढ रही है बहाने
मनीष सीसोदिया ने कहा कि केंद्र को लगातार कोल क्राइसिस के लिए आगाह किया जा रहा था। लगातार कोल क्राइसिस की सूचनाएं आ रही थीं। लेकिन केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने किसी भी तरह की क्राइसिस को खारिज करते हुए इसको अफवाह बताया और ये तक कहा कि केजरीवाल को चिट्ठी नहीं लिखनी चाहिए थी, मुझे बहुत दुख हुआ कि यूनियन मिनिस्टर इस तरह की सोच लेकर चल रहे हैं कि कोई क्राइसिस नहीं है। इससे साफ दिख रहा है कि केंद्र सरकार बहाने ढूंढ़ रही है।
मनीष सिसोदिया की पीसी के बाद PIB हिंदी ने ट्वीट कर बताया कि, @CoalMinistryने स्पष्ट किया कि बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में कोयले की पर्याप्त उपलब्धता है बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका पूरी तरह गलत है।
आरके सिंह ने दिया बयान
वहीं देश में बड़े बिजली संकट की खबरों पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि देश में कोयले की कमी नहीं है। इस बात को बेवजह बढ़ाया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि कल (शनिवार) शाम को दिल्ली के उप-राज्यपाल से बात की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है। मैंने उन्हें कहा है कि बिजली की उपलब्धता ठीक है और ठीक ही रहेगी। आज हमने बैठक भी बुलाई थी। दिल्ली में बिजली की आपूर्ति पूरी है और आगे भी होती रहेगी।
यह भी पढ़ें
APN Live Updates: शाम 5 बजे तक की तमाम बड़ी खबरें, कोयला संकट को लेकर केंद्र और दिल्ली आमने-सामने
TMC सांसद Abhishek Banerjee Coal Pilferage Scam में पूछताछ के लिए ED के दफ्तर पहुंचे