उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी स्वच्छ भारत अभियान में शामिल हो गए हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में यूपी सफाई के लिहाज से सबसे पीछे रहा, इसलिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सफाई की जिम्मेदारी अब खुद ली है। सीएम शनिवार सुबह झाड़ू लेकर सड़कों पर उतर गए।
सीएम योगी ने लखनऊ के बालू अड्डा इलाके में मलिन बस्ती में झाड़ू लगाई। सीएम ने प्रदेश में पॉलीथीन और थर्माकोल पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिये। योगी ने पब्लिक शौचालय का भी निरीक्षण किया। वहां मौजूद कर्मचरियों से बातचीत किया। योगी ने पूछा कि आपका काम कैसा चल रहा है, पैसा समय पर मिल जाता है या नहीं? गंदगी देखकर सीएम ने यहां के मेयर को भी फटकार लगाई। सीएम ने नियमित सफाई अभियान चलाकर पूरे प्रदेश को स्वच्छ रखने के निर्देश दिये हैं।
हाल में आई शहरी विकास मंत्रालय की रिपोर्ट को लेकर योगी काफी सख्त हो गए हैं। बता दें, देश के 434 शहरों का साफ-सफाई को लेकर सर्वे हुआ था। इसमें यूपी के 62 शहरों को शामिल किया गया। इसमें बनारस को छोड़कर यूपी का कोई भी शहर टॉप 100 में शामिल नहीं है। सर्वें में बनारस को 32वां स्थान हासिल हुआ है।
सीएम योगी ने कहा, हमने इसको लेकर कार्य योजना तैयार की है। उन मलिन क्षेत्रों में जाएंगे और सफाई को आंदोलन बनाया जाएगा। स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने ऐलान किया कि 2 अक्टूबर 2018 तक यूपी के सभी जनपद खुले में शौच से मुक्त होंगे और जब स्वच्छता की अगली लिस्ट आएगी तो 100 में से 50 शहर यूपी के होंगे। इसके लिए सरकार सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर प्लान बना रही है, ताकि कूड़े का निस्तारण हो और उससे कंपोस्ट बनाकर एनर्जी पैदा कर सकें।