Chaitra Navratri 2022 : चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन मां सिद्धीदात्री के पूजन एवं जयकारों से मंदिर गूंज उठे। लोगों ने देवी के पूजन, हवन और कन्या पूजन के बाद भंडारा किया। मां सिद्धीदात्री को रोग, भय और शोक की नाशिनी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि देवी की पूजा से मनोकामना पूर्ति का वरदान प्राप्त होता है। मां सिद्धदात्री से ही देवताओं ने सिद्धियों की प्राप्ति की है। शास्त्रों में मां के सुंदर स्वरूप की विवेचना की गई है। उनकी चार भुजाओं में गदा, चक्र, डमरू और कमल का फूल धारण किया है।

Chaitra Navratri 2022: ऐसे करें मां सिद्धिदात्री की पूजा
नवरात्रि की नवमी को मां दुर्गा की विधिवत तरीके से विदाई की जाती है। मां सिद्धिदात्री को फूल, माला, सिंदूर, फल, गंध आदि अर्पित करें। देवी को तिल और इससे बनी चीजों का भोग लगाएं। आप चाहे तो खीर, हलवा, मालपुआ, केला, नारियल आदि चीजें भी अर्पित कर दें। इसके बाद जल दें। फिर दीपक, धूप जलाकर मां की आरती कर लें।
स्कंदमाता की आरती
सब के मन की जानन हारी। जग जननी सब की महतारी।।
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं। हरदम तुम्हे ध्याता रहूं मैं।
कई नामो से तुझे पुकारा। मुझे एक है तेरा सहारा।।
कहीं पहाड़ों पर है डेरा। कई शहरों में तेरा बसेरा।
हर मंदिर में तेरे नजारे गुण गाये। तेरे भगत प्यारे भगति।।
अपनी मुझे दिला दो शक्ति। मेरी बिगड़ी बना दो।
इन्दर आदी देवता मिल सारे। करे पुकार तुम्हारे द्वारे।।
दुष्ट दत्य जब चढ़ कर आये। तुम ही खंडा हाथ उठाये।
दासो को सदा बचाने आई। ‘चमन’ की आस पुजाने आई।।
दिल्ली-एनसीआर के मंदिरों में लगी भक्तों की कतार

चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन दिल्ली-एनसीआर के मंदिरों में भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली। कालका जी मंदिर, झंडेवालान, श्रीवैष्णो देवी मंदिर समेत फरीदाबाद एवं गुरुग्राम के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने देवी की पूजा उपासना के बाद भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
विस्तृत चुनाव परिणाम के लिए यहां क्लिक करें। ताजा खबरों के लिए हमारे साथ Facebook और Twitter पर जुड़ें।
संबंधित खबरें
- Chaitra Navratri 2022: नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी पूजन के साथ बंगाली समाज के वसंतोत्व की धूम
- Chaitra Navratri :पीले फूलों से करें मां कात्यायनी की आराधना, देवी देंगी वैभव और सुख का आशीर्वाद