CBSE 10th Exam Paper लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने ट्वीट कर लिखा कि अविश्वसनीय! हम बच्चों को क्या बकवास सिखा रहे हैं? साथ ही प्रियंका ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या बीजेपी (BJP) सरकार महिलाओं के खिलाफ ऐसे विचारों का समर्थन करती है? अगर नहीं तो ऐसे सवालों को CBSE के पेपर में क्यों शामिल किया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है पैसेज
पेपर में जो पैसेज पूछा गया था वह अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पैसेज को सोशल मीडिया पर महिला विरोधी और स्त्रियों के प्रति द्वेषपूर्ण बताया जा रहा है। आज संसद में विभिन्न दलों ने पैसेज को “स्पष्ट रूप से गलत” और “घृणित” करार दिया। कांग्रेस के नेतृत्व में, DMK, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्यों ने इस मुद्दे पर लोकसभा में वाकआउट किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मुद्दे को उठाया, उन्होंने “स्पष्ट रूप से स्त्री विरोधी” पैसेज की निंदा की और नरेंद्र मोदी सरकार से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि आपत्तिजनक प्रश्न को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और इस बात की समीक्षा का आदेश दिया जाना चाहिए कि किस वजह से “गंभीर चूक” हुई।
राहुल गांधी ने पैसेज को बताया “सर्वथा घृणित”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट में पैसेज को “सर्वथा घृणित” करार दिया और कहा कि इस तरह के कदम “युवाओं के मनोबल और भविष्य को कुचलने के लिए आरएसएस-भाजपा की चाल है”। राहुल गांधी ने लिखा, “अब तक सीबीएसई के अधिकांश पेपर बहुत कठिन थे और अंग्रेजी के पेपर में कॉम्प्रिहेंशन बहुत ही घृणित था। “ प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, “अविश्वसनीय! क्या हम वास्तव में बच्चों को यह सिखा रहे हैं? स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं पर इन विचारों का समर्थन करती है, फिर उन्हें सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल किया जाएगा।”
सीबीएसई ने पेपर को भेजा सब्जेक्ट एक्सपर्ट के पास
सवाल को लेकर जारी विवाद के बीच पूरे मामले पर सीबीएसई की तरफ से सफाई दी गयी है। बोर्ड की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि 10वीं बोर्ड की इंग्लिश विषय की परीक्षा के एक पेपर सेट में कुछ माता-पिता व छात्रों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं। जिसमें एक पैसेज पर इन्होंने कहा है कि पैसेज में दिया गया विवरण परिवार को पीछे ले जाने वाली धाराणओं का समर्थन करता है। साथ ही कथित तौर पर लैंगिक रूढ़िवादिता को भी बढ़ावा देता है। पूरे मामले को सब्जेक्ट एक्सपर्ट के पास भेजा गया है।
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