मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन धीरे-धीरे हिंसा का रूप लेता जा रहा है। ऐसे में नेताओं को अपनी भाषा में संयम रखना चाहिए लेकिन नेता ऐसा करते नहीं हैं। इस चक्कर में कई बार नेताओं की परेशानी हद से ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे ही एक मामले में मध्यप्रदेश के शिवपुरी से कांग्रेस विधायक शकुंतला खटीक के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। उन पर थाने को जलाने के लिए उकसाने, सरकारी काम में रुकावट और किसानों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा है।

Case against Congress leader Shakuntala Khatikमंदसौर घटना के विरोध में करैरा में प्रदर्शन के दौरान पुलिस से उलझीं कांग्रेस की विधायक शकुंतला खटीक के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। विधायक शकुंतला खटीक का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह थाने को आग लगा दो, कहती हुई दिख रही है। दरअसल, किसान आंदोलन के साथ देते हुए शकुंलता विरोध प्रदर्शन कर रही थी। उस वक्त उनके साथ वहां काफी भीड़ भी मौजूद थी। पुलिस ने प्रदर्शन को शांत करने के लिए पानी की बछौर की जिससे नाराज विधायक शकुंतला खटीक थाने में आग लगा दो के नारे लगाने लगी और लोगों को उकसाने का काम करने लगी। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और शकुंतला की मुश्किलें बढ़ गई। अब उन पर एफआईआर दर्ज की गई है। शकुंतला पर धारा 353, 406 के तहत केस एफआईआर दर्ज की गई है।

उस दौरान शकुंतला के अलावा कांग्रेस नेता और रतलाम जिला परिषद के उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ को भी एक वीडियो में किसानों को भड़काते हुए देखा जा रहा है। कांग्रेस नेता डीपी धाकड़ इस वीडियों में किसानों से कह रहे हैं, ‘अगर एक भी गाड़ी आ जाए, तो उनमें आग लगा देना.. हम देख लेंगे। कोई भी किंतु, परंतु, थाना-पुलिस कोई डरने की जरूरत नहीं है। कल तक मेरी गिरफ्तारी हो जाएगी, तो फिर ये आप सब लोगों की जवाबदारी है। पुलिस ने इस संबंध में धाकड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है लेकिन धाकड़ फिलहाल फरार हैं।