कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आये दिन प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते ही रहते हैं फिर चाहे पेट्रोल के दाम कम करने का मुद्दा हो या फिर कर्नाटक में सरकार बनाने का। इससे पहले जब पीएम मोदी ने विराट का फिटनेस चैलेंज स्वीकारते हुए विडियो अपलोड करने का वादा किया था तब भी राहुल ने पीएम मोदी को पेट्रोल के दाम कम करने का चैलेंज दिया था। लेकिन राहुल गांधी द्वारा लगातार भाजपा के नेताओं और पीएम मोदी को बहस करने के लिए उकसाने वाले मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया है। शुक्रवार को सूरत में स्मृति ने कहा, कि राहुल चाहे तो हमारे अध्यक्ष अमित शाह समेत किसी भी नेता को बहस के लिए चुन सकते हैं। हम बहस करने के लिए तैयार हैं।

स्मृति ने आगे कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद ही कई बार यह कह चुके हैं कि राहुल गांधी को आगे आना चाहिए और किसी भी मुद्दे पर खुल कर बात करनी चाहिए। वह संसद में या हमारे सामने बोल सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, कि अगर वह संसद में बहस के लिए नहीं आना चाहते तो वह टीवी पर बहस के लिए आ सकते हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तक उसमें भाग ले सकते हैं। राहुल हमारे किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं, हम बहस के लिए तैयार हैं, लेकिन वह कोई किताब अथवा कागज का टुकड़ा अपने साथ न लाएं।

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गौरतलब है कि सूरत में स्मृति ईरानी सरकार के चार साल पूरे होने पर अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनवा रही थीं। जब उनसे ईंधन के बढ़ते दामों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत समेत पूरी दुनिया इस स्थिति से प्रभावित है।

पूर्व प्रसारण मंत्री ने कहा, कि मुझे लगता है कि व्यक्ति की वास्तविक क्षमता का लोगों को तब पता चलेगा जब वह किसी बहस के मंच पर पहुंचते है। राहुल गांधी को एक मंच पर आना चाहिए। देश के किसी भी हिस्से में किसी भी मंच पर भाजपा से किसी भी व्यक्ति को चुन लें। फिर देखते है कि उनमें कितनी क्षमता है। ईरानी ने कहा कि वह खुद कांग्रेस अध्यक्ष के साथ बहस की इच्छुक थी। उन्होंने कहा कि मुझे उनसे बहस करने में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह तैयार नहीं होंगे।