कर्नाटक के सियासी गलियारों में हलचलें तेज हो गई हैं। राज्य में येदीयुरप्पा सरकार को आज दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री बी.एस येदीयुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
संसद भवन में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक चल रही है। नए सीएम को लेकर चर्चा जारी है। वहीं त्यागपत्र के बाद येदीयुरप्पा भी राजभवन पहुंच गए हैं।
येदीयुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया है, इस मुद्दे पर कोई खबर सामने नहीं आई है। सरकार के दो साल पूरे होते ही सीएम ने राज्यपाल थावर चंद गहलोत को अपना इस्तीफा पत्र सौंप दिया है। मीडिया जगत से लेकर राजनीतिक जगत की निगाहें कर्नाटक पर टिकी हुईं हैं। आखिर अब पार्टी किसे कर्नाटक देने वाली है।
सोमवार को कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत से मुलाकात के बाद सीएम ने अपना इस्तीफा पत्र सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि मुझ पर पार्टी हाईकमान का कोई प्रेशर नहीं है। मैंने खुद इस्तीफा दिया है। सीएम पद के लिए किसी का नाम नहीं सुझाया है। लेकिन पार्टी को मैं मजबूत करने का काम करूंगा।
त्यागपत्र की घोषणा करते हुए येदीयुरप्पा ने कहा कि हमें राज्य के लिए अभी बहुत काम करना है। हम सब को काफी मेहनत करनी पड़ेगी। निराश चेहरे के साथ बी.एस येदियुरप्पा ने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं। सोमवार को कर्नाटक में बीजेपी सरकार के दो साल पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है, बीएस। येदियुरप्पा भी सुबह से अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे थे।
कर्नाटक में इस्तीफें की खबर सुनते ही दिल्ली में हलचल तेज हो गई है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कर्नाटक प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह से वार्ता की, खबर है कि जल्द ही सीएम नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। जेपी नड्डा ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की है।
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बता दें कि कर्नाटक की सियासत को लेकर लंबे वक्त से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। हाल ही में बी.एस। येदियुरप्पा ने नई दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। तभी ये बात कही जा रही थी कि अब येदियुरप्पा अपना पद छोड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि राज्य में साल 2018 में कांग्रेस – जेडीएस की सरकार बनी थी लेकिन पार्टी में गुटबाजी के कारण बीजेपी ने वहां पर अपनी सरकार बना दी। बीजेपी ने सीएम का कार्यभार येदीयुरप्पा को सौंप दिया था।