Bihar के मुख्यमंत्री Nitish Kumar शराब से हुई मौतों के लेकर खासे नाराज बताए जा रहे हैं। अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि वह इस मामले में सख्त एक्शन लें।
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी को लेकर सूबे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और घटना के लिए जिम्मेदार सरकारी कर्मचारियों की पहचान करके उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया।
शराबबंदी को कमजोर करने वालों की पहचान हो
बैठक में नीतीश कुमार ने शराब से हुई मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों से कहा कि शराबबंदी को सरकार ने सख्ती से लागू किया है और जो कोई भी इसे कमजोर कर रहे हैं, उनकी पहचान करके कठोर कार्रवाई करें।
शराबबंदी में गड़बड़ी करने वाला व्यक्ति किसी भी स्थिति में नहीं बचना चाहिए। मुख्यमंत्री की नाराजगी देखते हुए मद्य निषेध विभाग और पुलिस मुख्यालय हर दूसरे दिन बैठक कर इसकी समीक्षा करेगा और छठ महापर्व के बाद 16 नवंबर को शराबबंदी को लेकर विस्तृत समीक्षा बैठक करेगा।
महिलाएं शराबबंदी में करें सहयोग
सीएम ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं की मांग पर हमारी सरकार ने शराबबंदी की है। अब जब घटनाएं नहीं रुक रही हैं तो महिलाओं को फिर से आगे आकर इसे रोकने में अपना सहयोग देना चाहिए और लोगों को प्रेरित करें।
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों और सभी सरकारी आवासों में शराबबंदी के पक्ष में बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ और जल-जीवन- हरियाली के संबंध में दीवार लेखन सहित अन्य प्रचार माध्यमों से प्रचार-प्रसार कराया जाए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस उच्च बैठक में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और चंचल कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, डीजीपी एसके सिंघल, गृह-सह-मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार मौजूद थे।
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