
Bihar News: पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। बताया जा रहा है इनके निशाने पर पीएम मोदी का बिहार दौरा था। इसके लिए इन संदिग्ध आतंकवादियों ने 15 दिन पहले ही अपने टीम के लोगों को ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी थी। इनके ट्रेनिंग सेंटर पर छापा मारकर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है जिसमें एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन है और दूसरा पटना गांधी मैदान में हुए बम धमाके का आरोपी मंजर का सगा भाई अतहर परवेज है।

Bihar News: 2047 तक भारत को बनाना चाहते थे इस्लामिक देश
पुलिस के मुताबिक दोनों संदिग्ध आतंकिवादियों का संपर्क पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से जुड़े हैं। इनके पास पीएफआई का झंडा, बुकलेट, पैंपलेट के साथ और भी कई संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं जिसमें लिखा था कि ये लोग 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाना चाहते थे।
NGO के नाम पर चला रहे थे आतंकी स्कूल
पुलिस ने बताया कि अतहर परवेज और मोहम्मद एनजीओ के नाम पर आतंकी ट्रेनिंग सेंटर चलाते थे। अतहर ने 16000 रुपये में मोहम्मद से फ्लैट खरीदा था जहां ये ट्रेनिंग सेंटर चलता था। वहां उनका मुख्य काम होता था मुस्लिम युवाओं को हिन्दूओं के खिलाफ भड़काना और हथियारों का इस्तेमाल सिखाना। इस बात की जानकारी आईबी को मिलते ही 11 जुलाई को पुलिस और केन्द्रीय एजेंसियों ने छापेमारी कर दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया।

कई राज्यों के मुस्लिम नौजवानों का किया था ब्रेन वॉश
पुलिस के तफ्तीश के दौरान पता लगा कि इन दोनों ने कई राज्यों के मुस्लिम नौजवानों को इस आतंकी ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी है। यहां ज्यादातर नौजवान तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, केरल से आया करते थे। साथ ही पुलिस ने खुलासा किया कि दोनों संदिग्ध आतंकवादियों को पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की समेत कई इस्लामिक देशों से फंडिंग आती थी ताकि यह अपना देश विरोधी काम जारी रख सकें।
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