केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह आज (26 सितंबर) से दो दिन के बिहार दौरे पर रहेंगे। आठ दिनों के भीतर यह उनका दूसरा बिहार दौरा है, जिसे आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों और पार्टी संगठन को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब हाल ही में पटना में पार्टी के सभी संगठनात्मक जिलों की कोर कमेटियों की बैठक लगातार दो दिन (बुधवार और गुरुवार) चली थी। उस बैठक में चुनावी तैयारियों, संभावित उम्मीदवारों और रणनीति पर गहन मंथन किया गया था। संगठन की मजबूती और अनुशासन पर भी विशेष जोर दिया गया।
बेतिया और पटना में अहम बैठकें
आज दोपहर 3 बजे अमित शाह बेतिया में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे, जिसमें लगभग 10 जिलों के संगठनात्मक कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है। इसके बाद शाम 6 बजे पटना स्थित भाजपा कार्यालय में वह कोर ग्रुप के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा वरिष्ठ पदाधिकारियों और नेताओं के साथ अलग बैठक भी होगी। इन बैठकों में बूथ स्तर पर संगठन को सशक्त करने, चुनावी रणनीति और स्थानीय नेतृत्व के समन्वय पर चर्चा होगी।
कल सरायरंजन और अररिया जाएंगे शाह
दौरे के दूसरे दिन (27 सितंबर) अमित शाह समस्तीपुर के सरायरंजन में दोपहर 12 बजे और अररिया के फारबिसगंज में दोपहर 2:30 बजे कार्यकर्ता सम्मेलनों को संबोधित करेंगे। इन कार्यक्रमों में भाजपा के वरिष्ठ नेता, विधायक, संगठन के पदाधिकारी, स्थानीय नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। संबंधित जिलों के प्रभारी भी इन सम्मेलनों में मौजूद रहेंगे।
मुख्य एजेंडा: संगठन और चुनावी तैयारी
अमित शाह के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करना, संगठन को मजबूत और अनुशासित बनाना तथा कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देना है। खासकर बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की भूमिका और उनकी सक्रियता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
निर्धारित कार्यक्रमों के बाद अमित शाह पूर्णिया एयरपोर्ट से दिल्ली लौट जाएंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनका यह दौरा भाजपा की चुनावी गति बढ़ाने के साथ-साथ संगठन में अनुशासन और समन्वय मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।