Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को तमिलानाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरूआत की। इस दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत समेत कई कांग्रेस के बड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। मौके पर उन्होंने कहा कि इस यात्रा को लोगों की आवाज को सुनने के लिए डिजाइन किया गया है। वहीं, इस यात्रा को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पत्र के माध्यम से अपनी बात कही है।
Bharat Jodo Yatra में बोले राहुल गांधी- मुझे तमिलनाडु में आकर हो रही है खुशी
यात्रा शुरू करने के दौरान अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि ‘मुझे तमिलनाडु में आकर खुशी हो रही है। आजादी के इतने साल बाद सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि देश के करोड़ों लोग भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत महसूस कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग तिरंगे को देखते हैं तो, वे इसमें तीन रंगों और चक्र को देखते हैं। लेकिन, यह सिर्फ इतना ही नहीं है, इससे कहीं बढ़कर है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘यह तिरंगा हमें इतनी आसानी से नहीं मिला।’ वहीं राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट में कहा कि ‘तिरंगा हमारी एकता और विविधता की पहचान है, हमारा स्वाभिमान है। आज, तिरंगे को हाथ में लेकर भारत जोड़ो यात्रा का पहला कदम लिया है। अभी तो मीलों चलना है, मिलकर अपना भारत जोड़ना है। ‘
हम भाजपा की तरह लोगों की नहीं दबाना चाहते हैं आवाज- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लोगों की आवाज को सुनने के लिए डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम आरएसएस और भाजपा की तरह लोगों की आवाज को दबाना नहीं चाहते। हम भारत के लोगों को सुनना चाहते हैं।’ राहुल गांधी ने कहा कि ‘उन्हें लगता है कि ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग से वे विपक्ष को डरा सकते हैं। चाहे कितने भी घंटों तक पूछताछ की जाए, विपक्ष का एक भी नेता भाजपा से डरने वाला नहीं है। भाजपा को लगता है कि वे इस देश को धार्मिक आधार पर, भाषा के आधार पर बांट सकते हैं।’
पत्र के माध्यम से सोनिया गांधी ने कही अपनी बात
वहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर एक पत्र लिखा (Letter of Sonia Gandhi) है। मालूम हो कि स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गांधी इस यात्रा में शामिल नहीं हो पाई। अभी वो विदेश गई हुई हैं। हाल ही में उनकी मां का भी निधन हुआ था।
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि “ऐसे समय में, जब कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई है। तब इलाज और मेडिकल जांच के कारण मैं आप लोगों के बीच व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हूं। इस असमर्थता के लिए मुझे खेद है। ”
उन्होंने लिखा, ‘शानदार विरासत वाली हमारी महान पार्टी कांग्रेस के लिए यह एक ऐतिहासिक मौका है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे संगठन का कायाकल्प होगा। भारतीय राजनीति के लिए यह समय परिवर्तनकारी साबित होगा। ”
उन्होंने इस यात्रा में शामिल होने की बात भी कही है। उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा, “मैं वैचारिक और आत्मिक रूप से हमेशा भारत जोड़ो यात्रा में शामिल रहूंगी। निश्चित ही मैं यात्रा को बढ़ते हुए लाइव देखूंगी। तो आइए संकल्प लें, एकजुट हों और कर्तव्यों पर डटे रहें। ”
3,570 किलोमीटर की है Bharat Jodo Yatra
कांग्रेस नेत्री और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मंगलवार को कहा कि इस यात्रा के जरिए लोग महंगाई, बेरोजगारी समेत अन्य सभी मुद्दों पर एकजुट होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा देश में फैली नफरत के खिलाफ है।
बता दें कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कन्याकुमारी से कश्मीर तक 150 दिनों की यात्रा है। यह यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में आयोजित की गई है। यात्रा में कुल 3,570 किलोमीटर की दूरी पैदल तय की जानी है। हर रोज लगभग 25 किलोमीटर की पदयात्रा की जाएगी।
इस यात्रा में कांग्रेस नेताओं ने साथ आम जनता भी शामिल होगी। मिली जानकारी के अनुसार यात्रा में शामिल लोग किसी भी होटल में नहीं रुकेंगे। उनके लिए 60 कंटेनरों की व्यवस्था की गई है, जिनमें वे रात बिताएंगे। यह यात्रा कई प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगी। इनमें कन्याकुमारी, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, नीलांबुर, बेल्लारी, रायचूर, मैसूर, विकाराबाद, नांदेड़, इंदौर, कोटास अलवर, बुलंदशहर समेत राजधानी दिल्ली, अंबाला, जम्मू, श्रीनगर और अन्य कई शहर शामिल हैं।
यह भी देखेंः