गुरुवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश में खूब हंगामा किया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आव्हान पर कार्यकर्ताओ ने 75 जिलो में किसानों को न्यूनतम मूल्य दिलाने, गन्ना बकाया भुगतान, महंगाई रोकने, रोजागार दिलाने को लेकर बीजेपी के खिलाफ खूब प्रदर्शन किया। सपा कार्यकर्ताओं ने यूपी पंचायत चुनाव में हुई धांधले बाजी को लेकर खूब नारेबाजी की। दरअसल उत्तर प्रदेश में साल 2022 में चुनाव होने वाला है यही कारण है कि सपा के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतर गए हैं। विरोध की कुछ तस्वीरे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है।
अखिलेश ने चार तस्वीरे शेयर करते हुए लिखा कि, “आज प्रदेश भर में नाकाम भाजपा सरकार की जनादेश की ‘चुनावी-चोरी’, चंदा-चोरी, कोरोना-बदइंतज़ामी, किसान व नारी-उत्पीड़न, बेक़ाबू महँगाई, रिकार्ड बेरोज़गारी, ठप्प काम-धंधे के ख़िलाफ़ किए गए सपा के प्रदर्शन में मिला अभूतपूर्व समर्थन बता रहा है कि 2022 में ‘आ रही है सपा और भाजपा सफ़ा’।”
ट्वीट करते ही अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए। ट्विटर यूजर कह रहे है कि AC रुम में बैठकर ही ज्ञान दीजिए बाहर मत आना। एक अन्य ट्विटर यूजर लिखते हैं भैया आरहे हैं। इस ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर रिप्लाई करते हुए कहता है कि, भैया का आना अब सपना हो गया है।
एक ट्विटर यूजर ने अखिलेश यादव को सलाह देते हुए लिखा कि अखिलेश भैया ऐसी में बैठने से काम नहीं चलेगा सड़कों पर आइए। सपा कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाइए।
वहीं एक अन्य ट्विटर यूजर ने समाजवादी पार्टी को पाकिस्तान की पार्टी तक कह दी। यूजर लिखता है, आपको बहुत समर्थन मिल रहा है जैसे पाकिस्तान के नारे लगवा कर मुसलमानों का दिल जीत कर बहुत बड़ा समर्थन ले लिया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में साल 2022 में 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाला है। चुनाव की तैयारी पार्टियां कर रही हैं। वहीं सपा जनता को बता रही है कि बीजेपी उनके साथ कितना नाइंसाफी कर रही है। चुनावी जमीन को सेट करने के लिए सपा ने कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतार दिया है।