Balasore Train Accident:शुक्रवार 2 जून शाम में ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसा हो गया। इस हादसे के 44 घंटे से ऊपर हो चुके हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अभी तक 288 लोगों की मौत हुई है वहीं 1000 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। फिलहाल दुर्घटना वाली जगह पर मरम्मत का कार्य चल रहा है।
वहीं, इस बीच कांग्रेस केंद्र की बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर दिख रही है। वह इस हादसे को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की इस्तीफे की मांग कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बालासोर ट्रेन दुर्घटना वाली जगह की तस्वीर को शेयर कर लिखा है,”प्रधानमंत्री जी(नरेंद्र मोदी), आप रेल मंत्री का इस्तीफा कब लेंगे?” कांग्रेस ने यह सवाल पीएम मोदी को टैग कर पूछा है। आपको बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस के नेता रेल मंत्री की इस्तीफे की मांग कर चुके हैं।
Balasore Train Accident:कांग्रेस ने ट्रेन हादसे को लेकर केंद्र से पूछे कई सवाल
बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। पार्टी के नेता पवन खेड़ा ने प्रेस वार्ता कर इस हादसे को लेकर केंद्र सरकार से कई सवाल किए हैं।
उन्होंने सवाल करते हुए पूछा,”क्या पीएम सदी की सबसे भयावह रेल दुर्घटना की जिम्मेदारी लेंगे? क्या प्रधानमंत्री जी, अपने रेल मंत्री का इस्तीफा लेंगे? सीएजी, पार्लियामेंट स्टैंडिंग कमेटी जैसी रिपोर्ट्स पर पीएम की तरफ से कौन जवाब देगा?” उन्होंने यह भी कहा,”हमारी स्पष्ट मांग है कि रेल मंत्री को तुरंत हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद(रेल मंत्री) से इस्तीफा देना चाहिए।”
पवन खेड़ा ने कहा,”इस्तीफा देने का मतलब है नैतिक जिम्मेदारी लेना। इस सरकार में न जिम्मेदारी दिखती है और न नैतिकता।”
उन्होंने आगे कहा,”प्रधानमंत्री जी, ये देश उम्मीद करता है कि जिस तरह लाल बहादुर शास्त्री जी, नीतीश कुमार जी,माधव राव सिंधिया जी ने इस्तीफा दिया था उस तरह आप भी अपने रेल मंत्री का इस्तीफा लें।” पवन खेड़ा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा,”मोदी रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर PR न जाए।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रेल हादसे पर मोदी सरकार से पूछे ये सवाल
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बालासोर रेल हादसे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार से कई सवाल किए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा,”विज्ञापनी पीआर हथकंडों ने मोदी सरकार के काम करने की प्रणाली को खोखला बना दिया है। उन्होंने पूछा- रेलवे में 3 लाख पद खाली हैं, बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं, जो पीएमओ भर्ती करता है, उनको 9 सालों में क्यों नहीं भरा गया?”
खड़गे ने आगे सवाल किया,”रेलवे बोर्ड ने हाल ही में खुद माना है कि मानव संसाधन की भारी कमी के कारण लोको पायलटों के लंबे समय तक काम करने के घंटे, दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण हैं। फिर पद क्यों नहीं भरे गए ?”
उन्होंने कहा,”South Western Railway Zone के Principal Chief Operating Manager ने 8 फरवरी 2023 को मैसूर में एक त्रासदी जिसमें दो ट्रेनें भिड़ने से बच गई थी, उसका हवाला देते हुए सिग्नलिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का आग्रह किया था और चेतावनी दी थी। उस पर रेल मंत्रालय ने अमल क्यों नहीं किया?”
खड़गे ने पूछा,”CAG की ताजा ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 और 2020-21 के बीच 10 में से लगभग 7 रेल दुर्घटनाएं Train Derailment की वजह से हुई। 2017-21 में East Coast रेलवे में सुरक्षा के लिए रेल और वेल्ड (Track Maintenance) का शून्य परीक्षण हुआ। उसको दरकिनार क्यों कर दिया गया? CAG के अनुसार राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष (RRSK) में 79% फंडिंग काम क्यों की गई, जबकि हर साल ₹20,000 Cr उपलब्ध करवाने थे। Track renewal works की राशि में भारी गिरावट क्यों आई ?”
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