गुरुग्राम के मानेसर में मानवता को शर्मसार करने वाली एक विभत्स घटना सामने आई है। ऑटो में यात्रा कर रहे तीन पुरुषों ने साथ यात्रा कर रही महिला के साथ गैंगरेप किया और उसके दुध मुंहे बच्ची को ऑटो से नीचे फेंक दिया, जिससे बच्ची की तुरंत मौत हो गई।
बीते 29 मई की रात महिला अपने मायके जा रही थी। इसके लिए वह एक ऑटो में बैठी, जिसमें तीन लोग पहले से ही बैठे हुए थे। महिला ने बताया कि जैसे ही वह ऑटो में बैठी उन लोगों ने उससे छेड़छाड़ करना शुरू कर दिया। महिला के विरोध करने पर उसकी बेटी घबरा गई और रोने लगी। बच्ची के रोने की आवाज से झल्लाकर इन लोगों ने बच्ची को चलते ऑटो से सड़क पर फेंक दिया, बच्ची ने वहीं तुरंत दम तोड़ दिया।
मासूम की मौत के बाद तीनों हत्यारोपियों ने पीड़िता को सुनसान जगह पर ले जा कर उससे बारी-बारी से दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद तीनों हत्यारोपी कानून को धता बताते हुए पीड़िता को 5 घंटो तक घुमाते रहे और फिर मानेसर इलाके में छोड़कर फरार हो गए।
पहले तो महिला ने सिर्फ अपनी बच्ची की हत्या की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन 3 जून को पीड़िता ने गुरुग्राम पुलिस को अपने साथ बीती हैवानियत और गैंगरेप की भी जानकारी दी। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि शिकायत देने पर पहले दिन पुलिस ने मामूली छेड़छाड़ मानकर बच्ची की मौत का ही केस दर्ज किया। इसके बाद मामला जब आला अधिकारियों के पास पहुंचा तब उसमें गैंगरेप की धारा जोड़ी गई।
पीड़िता ने बताया कि समाज के डर से उसने गैंगरेप की बात पहले छुपाई थी, लेकिन अब वह अपनी बेटी और खुद के गुनहगारों को सख्त से सख्त सजा दिलवाना चाहती है।
गुरूग्राम पुलिस ने बताया कि बीते 3 जून को पीड़िता के बयान दर्ज किए गए और उसका मेडिकल करवाया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि होने के बाद हत्या के मामले के साथ गैंगरेप की धारा को भी जोड़ दिया गया है। मामले को मीडिया में आने के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।