15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन मोदी सरकार आयुष्मान स्कीम को लॉन्च कर सकती है।जनधन योजना की तर्ज पर मोदी सरकार आयुष्मान योजना के लिए बड़ा दांव लगाने जा रही है इसके तहत देश भर में स्वास्थ्य मित्र बनाए जा सकते हैं, जो कि स्कीम के तहत लोगों का बीमा करवाने के साथ इलाज की सुविधा भी दिलाएंगे। इसके बदले स्वास्थ्य मित्र को एक निश्चित सैलरी के साथ इंसेंटिव भी मिलेगा। स्वास्थ्य मित्र ठीक उसी तरह होंगे जैसे अभी जनधन योजना में बैंक मित्र लोगों का खाता खुलवाने के साथ-साथ बैंकिंग ट्रांजैक्शन कराते हैं। इस संबंध में मंत्रालय स्तर पर विचार-विमर्श चल रहा है। जनधन योजना में शामिल बैंक मित्र को 5000 रुपये की तय रकम और उनके काम के मुताबिक इसेंटिव मिलता है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मित्रों के लिए भी इसी तरह का प्रावधान होगा और यही उनकी कमाई का जरिया बनेगा। स्वास्थ्य मित्र बनाने की कवायद उन लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है, जिनकी इनकम का कोई जरिया नहीं है
आयुष्मान भारत स्कीम की घोषणा बजट 2019 के दौरान की गई थी। इस स्कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी जाएगी। इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा। कोई भी व्यक्ति इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है। इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है। हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा। इलाज देश के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज कराया जा सकेगा।
आयुष्मान भारत स्कीम के तहत सरकार का फोकस गरीब और वंचित तबके के लोगों को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने पर है। इसलिए इन लोगों को आसानी से इस स्कीम में जोड़ने के लिए सरकार को उन्हीं के बीच के आम लोगों की जरूरत होगी, जो लोगों को आयुष्मान स्कीम के फायदे बता सकें और स्कीम से जुड़ने के लिए राजी कर सकें। इसके अलावा लोगों को आसानी से इंश्योरेंस का लाभ मिल सके, ये सुनिश्चित करने में भी स्वास्थ्य मित्र मददगार होंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन