Ayodhya Ramlala Jalabhishek: अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य श्री रामलला मंदिर का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। आगामी 23 अप्रैल को रामलला का दुनिया के 155 देशों की नदियों और समुद्र से लाए गए जल से अभिषेक किया जाएगा।मंदिर निर्माण का काम 1 वर्ष से भी कम वक्त में पूरा होने की उम्मीद है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 अप्रैल को रामलला का जलाभिषेक करेंगे।इसी कड़ी में अयोध्या में राम मंदिर के जलाभिषेक कार्यक्रम के लिए एकत्रित 155 देशों का पवित्र जल बुधवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आवास पर लाया गया।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “155 देशों से पावन जल लाया गया है, ये बहुत ही ऐतिहासिक है। मैं विजय जोली और उनके सहयोगियों को इस कार्य के लिए बहुत धन्यवाद देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं।”
Ayodhya Ramlala Jalabhishek: पिछले 3 वर्षों से एकत्रित किया जा रहा था जल
Ayodhya Ramlala Jalabhishek:जानकारी के अनुसार पवित्र श्री रामलला के जलाभिषेक की तैयारियां पिछले वर्षों से की जा रहीं हैं। इसके लिए खासतौर से 2020 से ही दुनिया भर के करीब 155 देशों से जल लाने का काम शुरू कर दिया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ मनीराम दास छावनी सभागार में ‘जल कलश’ की पूजा करेंगे।
Ayodhya Ramlala Jalabhishek: रावी का जल भी लाया गया- बीजेपी नेता विजय जॉली
Ayodhya Ramlala Jalabhishek: बीजेपी नेता विजय जॉली के अनुसार पाकिस्तान की पवित्र रावी नदी का जल भी पवित्र कलश में है। हालांकि इसे पाकिस्तान से यहां तक लाना सरल काम नहीं था। बावजूद इसके दुबई के रास्ते इस जल को भारत में लाया गया।रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध के बावजूद जलाभिषेक के लिए दोनों देशों ने पूरी मदद की।
Ayodhya Ramlala Jalabhishek: कौन-कौन से देशों का लाया गया जल
Ayodhya Ramlala Jalabhishek: जलाभिषेक कार्यक्रम में सिर्फ पाकिस्तान और रूस ही नहीं, बल्कि फ्रांस, जर्मनी, जॉर्जिया, स्विट्जरलैंड, इटली, इराक, कनाडा, चीन, भूटान, अफगानिस्तान, ब्राजील समेत 155 देशों का जल लाया गया है।जलाभिषेक कार्यक्रम में विदेशी राजनयिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक गुरुओं के साथ गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे।
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