महिलाएं अब हर क्षेत्र में अपने लिए एक नई जगह बना रही है। महिलाओं की कामयाबी से जहां उनका खुद का कद बढ़ रहा है वहीं वह अपने देश को गौरवान्वित भी कर रही है। भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी ने महिलाओं के सपनों और उनके हौंसलों को पंख लगा दिए है।
अवनी चतुर्वेदी ने अकेले मिग-21 फाइटर प्लेन उड़ाकर इतिहास रच दिया है। वह अकेले फाइटर एयरकाफ्ट उड़ाने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं। बता दें कि 19 फरवरी को सुबह अवनी ने गुजरात के जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी और सफलतापूर्वक अपना मिशन पूरा किया।
फाइटर प्लेन को अकेले उड़ाना पूर्णरूप से फाइटर पायलट बनने की दिशा में पहला कदम है। अकेले फाइटर प्लेन उड़ाने से पहले सोमवार सुबह उनके प्रशिक्षक ने मिग-21 बाइसन एयरक्राफ्ट की जांच की। उड़ान के दौरान अनुभवी फ्लायर्स और प्रशिक्षक जामनगर एयरबेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल और रन-वे पर निगरानी के लिए मौजूद रहे।
गौरतलब है कि महिला फाइटर पायलट बनने के लिए 2016 में पहली बार तीन महिलाओं अवनि चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना को वायु सेना में कमिशन किया गया था। मिग-21 ‘बाइसन’ की दुनिया में सबसे ज्यादा लैंडिंग और टेक-ऑफ स्पीड है।
एक न्यूज एजेंसी से एयर कमोडोर प्रशांत दीक्षित ने कहा, ‘यह भारतीय वायु सेना और पूरे देश के लिए एक विशेष उपलब्धि है।’ बता दें कि दुनिया के चुनिंदा देशों जैसे ब्रिटेन, अमेरिका, इजरायल और पाकिस्तान में ही महिलाएं फाइटर पायलट बन सकती हैं।
बता दें कि भारत में अक्टूबर 2015 में सरकार ने महिलाओं के फाइटर पायलट बनने की राह प्रशस्त कर दी थी। जिसके बाद अवनी, मोहना और भावना ने वो सीखा जिससे देश में महिलाओं की साख यकीनन आसमान छू रही है।
हैदराबाद से ली ट्रेनिंग
अवनि चतुर्वेदी ने हैदराबाद की एयरफोर्स एकेडमी से ट्रेनिंग ली थी। उनकी स्कूलिंग मध्यप्रदेश के शहडोल में हुई। उन्होंने 2014 में राजस्थान के वनस्थली यूनिवसिर्टी से आईटी में ग्रैजुएशन किया। इसके बाद वे एयरफोर्स में भर्ती हो गईं।