पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान से बेहद ही दुख विदारक खबर सामने आरही है। 1980 से देश पर हुकूमत का ख्वाब देखने वाला तालिबान अब अपने सपने को सच करने के काफी करीब पहुंच गया है। आतंकी संगठन तालिबान अफगानिस्तान के कुल 34 प्रांत में से करीब 12 से अधिक प्रांतों पर कब्जा करने के बाद राजधानी काबुल में पहुंच गया है।
इस बाद की पुष्टि अफगानिस्तान के अधिकारियों ने की है। मिली जानकारी के अनुसार तालिबान ने काबुल में प्रवेश कर लिया है। साथ ही बॉर्डर को सील कर दिया है और जनता को घरों में रहने के लिए आदेश दिया। आदेश का पालन न करने वालों को गोलियों से छल्ली करने की धमकी दी है।
तालिबानी लड़ाकों की ताकत को देखते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शांतिपूर्वक सत्ता को सौंपने का ऐलान कर दिया है। राष्ट्रपति भवन में सत्ता को सौंपने की तैयारी चल रही हैं। कुछ ही देर में अशरफ गनी, अली अहमद जलानी को सत्ता सौपेंगे। तालिबान ने वादा किया है कि वहां की जनता और सेना का हाथ भी नहींं लगाएंगे।
तालिबानी आतंकियों ने काबुल में प्रवेश कर लिया है। वहां की बाग्राम जेल पर कब्जा जमा लिया है। अपने कई साथियों को भी छुड़ा लिया है। इस बीच तालिबानी नेता मुलाह अब्दुल गनी राष्ट्रपति भवन पहुंच गए हैं। सत्ता सौंपने पर विचार किया जा रहा है।
पूरे अफगानिस्तान में तालिबानियों ने कब्जा कर लिया है। वहां पर सिर्फ काबुल एयरपोर्ट के जरिए ही बाहर निकल सकते हैं। तालिबान का कहना है कि जनता देश छोड़ कर कहीं भी न जाए। हम किसी को हाथ भी नहीं लगाएंगे।
अब तालिबान ने ट्रांजिशन फेज यानी कि सत्ता परिवर्तन की डिमांड रखी है। जिसपर अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री अब्दुल सत्तार मिर्जकवाल ने भी मुहर लगा दी है। अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री अब्दुल सत्तार मिर्जकवाल ने कहा, ‘काबुल पर हमला नहीं होगा, सत्ता परिवर्तन शांतिपूर्वक ढंग से होगा।’ उन्होंने कहा कि काबुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सिक्योरिटी फोर्स की है।
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बता दें कि विश्व की राजधानी अमेरिकी ने अप्रैल माह में जैसे ही अपनी सेना को वापस बुलाने का ऐलान किया उसके फौरन बाद ही अफगानिस्तान का आतंकी संगठन तालिबान ने वहां के 50 से अधिक जिलों पर कब्जा कर लिया। कब्जे के साथ ही इस्लामिक कानून को लागू कर दिया।