Uttar Pradesh में अगले साल होने वाले चुनावों के मद्देनजर AIMIM के प्रमुख Asaduddin Owaisi प्रयागराज पहुंचे। प्रयागराज (Prayagraj) में जनासभा को संबोधित करते हुए उन्होंने नाथुराम गोडसे को देश का पहला आंतकवादी बताया। उन्होंने कहा कि अगर हर जाति का नेता हो सकता है तो मुसलमानों का प्रतिनिधित्व कोई मुस्लिम क्यों नहीं कर सकता।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आजम खान और मुख्तार अंसारी जैसे बड़ी संख्या में मुसलमान जेलों में बंद है। रसोंई गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही है। ओबीसी ने मोदी को अपना वोट देकर पीएम बनाया था लेकिन वो ओबीसी को धोखा देते हुए ओबीसी की जनगणना नहीं करा रहे हैं।
अतीक अहमद विधानसभा चुनाव जीतेंगे
जनसभा में संबोधन करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अतीक अहमद कानून की नजर में चुनाव लड़ सकते हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में अतीक अहमद आपके वोट से जरूर जीतेंगे। ओवैसी ने यह भी कहा कि 2013 में उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपियों के बीजेपी सरकार ने मुकदमे वापस ले लिए, इस पर मीडिया में कोई चर्चा नहीं हुई। नाथूराम गोडसे आजाद भारत का पहला दहशतगर्द था।
जिसका जाति का नेता उसकी हुकूमत
प्रयागराज में BJP, SP और BSP पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की सियासत की ये तल्ख हकीकत है, जिस समाज का नेता होगा उसके मसले को हल किया जाएगा, ओवैसी इसीलिए आया है कि हमको अपना हिस्सा लेना है, आपको अपना हक कब मिलेगा? जिस तरह से यादव ने अखिलेश को अपना नेता माना, जिस तरह से जाटवों ने मायावती को अपना नेता माना, जिस तरह से ठाकुर योगी आदित्यनाथ को अपना नेता मानते हैं ,जिस तरह कुर्मी अनुप्रिया पटेल को अपना नेता मानते हैं ,जिस तरह से ब्राह्मण और अन्य समाज के लोग मोदी को अपना नेता मानते हैं, उत्तर प्रदेश में मुस्लिम अखलियत की कोई आवाज नहीं, मेरे साथियों याद रखो कोई आसमान और जमीन से निकलकर नहीं आएगा, आपको खुद अपने हालात को तब्दील करना होगा, अगर आप एक करवट लेंगे।
किसी भी पार्टी से नहीं डरना
उन्होंने कहा कि मैं वादा करता हूं अल्लाह जब तक मुझे जिंदा रखेगा, उत्तर प्रदेश में एक इंकलाब पैदा होगा, मेरी मां और बहनों की आंख से आंसू निकलना कम हो जाए, न मोदी से डरना है, न योगी से डरना है, न अखिलेश से डरना है, न कांग्रेस से डरना है। आखिर क्यों मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की गिरफ्तारी पर अखिलेश यादव नहीं बोले क्योंकि फिर उन्हें हिंदू वोट नहीं मिलेगा। योगी सरकार का धर्मांतरण कानून गलत और असंवैधानिक है।