अरविंद केजरीवाल के फैसले उनपर ही भारी पड़ते जा रहे हैं। ऊपर से उनके फैसलों से अब साथी नेताओं ने भी किनारा करना शुरू कर दिया है। दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के अकाली दल नेता और पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के रिश्तेदार बिक्रम मजीठिया से माफी मांगने से आम आदमी पार्टी में बवाल पैदा हो गया है। पार्टी के कई नेता इससे खासे नाराज हैं। इसको लेकर पंजाब प्रभारी भगवंत मान ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। भगवंत मान ने कहा है कि पंजाब के ड्रग माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई आम आदमी के रूप में जारी रहेगी। वहीं दूसरी ओर पार्टी की ओर से संसद में भेजे गए संजय सिंह ने इस प्रकरण में अरविंद केजरीवाल से दूरी बना ली है।
संजय सिंह ने कहा है कि वह अरविंद केजरीवाल के मसले पर कुछ नहीं कहेंगे। लेकिन उन्होंने फिर साफ कहा कि मैं अपनी बात पर कायम हूं कि मजीठिया ड्रग्स डीलर है और उसे जेल जाना चाहिए। इसी के साथ कई अन्य नेताओं में भी केजरीवाल के इस फैसले के प्रति रोष है। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार (15 मार्च) को शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर मादक पदार्थ के व्यापार में शामिल होने का निराधार आरोप लगाने के लिए माफी मांगी थी। केजरीवाल के माफी मांगने के बाद मजीठिया ने उनके खिलाफ दायर किये गए मामले को वापस लेने का फैसला किया। केजरीवाल के माफी मांगने पर मजीठिया ने कहा था उन्हें खुशी है कि सत्य की जीत हुई और केजरीवाल को उनकी गलती का एहसास हुआ।
मानहानि के इस मामले में केजरीवाल तो बच गए हैं लेकिन ऐसे कई मानहानि के मामले हैं जिसमें वो फंसे हुए हैं। ऐसे में देखना ये होगा कि क्या वो सबसे इसी तरह माफी मांगते फिरेंगे।